दूसरी तरफ इस बैठक से एक दिन पहले 23 कांग्रेस नेताओं की ओर से सोनिया गांधी को जारी पत्र मीडिया में आने की घटना की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सख्त आलोचना की है। उन्होंने सभी 23 नेताओं से इस मुद्दे पर सफाई देने की अपील की है। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने इन नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि इनकी की बीजेपी से साठगांठ हैं।
जानकारी के मुताबिक केरल के वयनार से सांसद राहुल गांधी ने पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान और मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी व सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया?
इस घटना से साफ है कि नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है। कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हो रही है।
सोनिया या राहुल ने नहीं कही मिलभगत की बात गांधी परिवार के भरोसेमंद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ( Senior Congress Leader Ghulam Nabi Azad ) ने कहा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) के भीतर या बाहर चिट्ठी को लेकर बीजेपी (BJP) से मिलीभगत वाली बात नहीं कही है। सोनिया गांधी या राहुल गांधी ने कभी भी उनसे कुछ नहीं कहा और न ही उन पर कभी बीजेपी से मिलीभगत के आरोप लगाए गए।
सुरजेवाला ने पेश की सफाई
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के ट्वीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने
ट्विटकर बताया है कि राहुल गांधी ने बीजेपी से साठगांठ जैसी कोई बात नहीं कही है। इस तरह की गलत खबरों से भ्रमित न हों। हमें आपस में या कांग्रेस पार्टी से लड़ने की जगह निरंकुश मोदी सरकार से मिलकर लड़ना चाहिए।
कपिल सिब्बल ने पहले वाला ट्विट हटाया
कांग्रेस में मचे घमासान के बाद पहले कपिल सिब्बल ने अपना दर्द बयां किया उसके कुछ देर बाद उन्होंने खुद का ट्विट वापस ले लिया है। अब उन्होंने नया ट्विट कर बताया है कि राहुल गांधी ने फोन कर बताया है कि उन्होंने किसी भी कोई आरोप नहीं लगाए हैं। इसलिए मैं अपना ट्विट वापस ले रहा हूं।
कपिल सिब्बल ने घटनाक्रम पर जताया दुख
कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में जारी बदलाव को लेकर विचार-विमर्श अब पार्टी के दो गुटों के बीच घमासान में बदलता दिखा रहा है। राहुल गांधी ने जहां कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृ्त्व को लेकर सवाल उठाने वालों पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया है। वहीं इस पर गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफे की पेशकश की है। जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने इन आरोपों को लेकर ट्वीट कर अपना दुख व्यक्त किया। सिब्बल ने कहा कि मैंने पार्टी के लिए हमेशा काम किया है। क्या कभी पार्टी के खिलाफ बयान दिया।
बता दें कि सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस समय नया सियासी तूफान खड़ा हो गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी मीडिया में आ गई।
ये बात अलग है कि यह खबर आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया है। इन मुख्यमंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया है कि गांधी परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जारी है। सोमवार को बैठक शुरू होते ही सोनिया गांधी ने सीडब्लूसी से पद छोड़ने की पेशकश की। लेकिन इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनसे अभी पद पर रहने का आग्रह किया है। जानकारी के मुताबिक बैठक में राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं से जवाब मांगने की अपील की है।
राहुल के बयान पर बवाल कार्यसमिति की बैठक के दौरान राहुल गांधी के बयान पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर वह किसी भी तरह से वह बीजेपी से मिले हुए हैं तो अपना इस्तीफा दे देंगे। आजाद ने कहा कि चिट्ठी लिखने की वजह कांग्रेस की कार्यसमिति थी।