बदली है पुलिस के प्रति छवि-
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन में लोगों के मन में पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति छवि में सकारात्मक बदलाव आया है। जब लोग घरों दुबके हुए तब पुलिस भीषण गर्मी में सड़क पर थी तो स्वास्थ्यकर्मी जान जोखिम में डाल कर लोगों को बचा रहे थे। ये दोनों ही वर्ग सम्मान के पात्र हैं।
प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहतर-
नरोत्तम मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस सरकार खजाना खाली होने का रोना रोती रही। हमारी सरकार बनते ही लोगो की भरपूर मदद हुई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों को गेंहू खरीदी के ही 17457 करोड़ रुपए बांटे हैं। प्रदेश में मनरेगा के मजदूरों को प्रतिदिन 50 करोड़ रुपए मजदूरी के रूप में दिया जा रहा है। 23 लाख मजदूर मनरेगा में काम कर रहे हैं। पंच परमेश्वर योजना के तहत एक हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए है। केंद्र से भी हमें राहत मिल रही है।यदि हमारा खजाना खाली होता तो हम क्या किसानों और मजदूरों की इतना पैसा कहा से देेते। कांग्रेस से हम यहीं कहेंगे कि जब जब धर्मात्मा राज करते है तो परमात्मा मदद करते हैं।
सिंधिया विरोध से नहीं खड़ी हुई भाजपा-
एक सवाल के जवाब में डॉ. मिश्रा ने कहा कि भाजपा पर ये आरोप सरासर गलत है कि वो सिंधिया राजपरिवार के विरोध से ग्वालियर-चंबल अंचल में खड़ी हुई है। मिश्रा ने कहा कि राजमाता विजयराजे सिंधिया ने तो भाजपा की नींव ही रखी थी। वसुंधरा राजे राजस्थान में मुख्यमंत्री रहीं और यशोधरा राजे सिंधिया मध्यप्रदेश में मंत्री रही है। ज्येातिरादित्य सिंधिया किसी समझौते के तहत भाजपा में नहीं आए, वे अपने परिवार में वापिस लौटे हैं।