गुलाम नबी आजाद ने कहा कहा कि एमपी में तीसरी चैथी बार सरकार गिराने का प्रयास हुआ है। अब हम चुप नहीं बैठेंगे। मोदी सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। आजाद ने अन्य दलों से इस लड़ाई में शामिल होने का की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल से शुरू हुआ यह खेल कई राज्यों से होते हुए एमपी पहुंचा है। छत्तीसगढ़ में आयकर की छापेमारी कर कांग्रेस के नेताओं को डराने की कोशिश की गई है।
इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने संसद भवन परिसर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और विवेक तन्खा से हाथ नहीं मिलाया। मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेता आजाद ने जयराम रमेश और विवेक तन्खा से हाथ मिलाने के बदले सैनेटाइजर भेंट किया। लेकिन उन्होंने ठीक उसी समय कांग्रेस नेता माजिद मेनन से हाथ मिलाया। ऐसा करते वक्त सभी सांसद आपस में मुस्कुराते हुए दिखते।