आनंद शर्मा ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा इस अभिभाषण में कैसी बातें कही गई हैं। देश की जीडीपी लगातार गिर रही है। बेरोजगारी बढ़ी है, किसान की हालत ठीक नहीं है। ऐसा न्यू इंडिया मत बनाओ। रोजगार के साथ देश में उद्योग और निवेश भी टूट गया है।
कांग्रेस सासंदों के मनाने पर भी नहीं माने राहुल गांधी, इस्तीफा देने पर अड़े
आनंद शर्मा ने कांग्रेस शासन में बने आईआईटी जैसे संस्थानों का जिक्र करते हुए कहा कि 2004 से 14 तक देश की अर्थव्यवस्था को चार गुना करने वाला दुनिया का पहला देश मनमोहन सिंह की अगुवाई में बना था। उन्होंने कहा कि आप सिर्फ 5 साल में दशमलव 8 फीसदी ही जीडीपी बढ़ाए पाए हैं बाकी की जीडीपी क्या साथ लेकर आए थे।
वन नेशन-वन इलेक्शन व्यवहारिक नहीं
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन व्यवहारिक नहीं है। संघीय ढांचे में ऐसा नहीं हो सकता। चुनाव में खूब पैसे का इस्तेमाल किया गया, हमारे पास पैसे की तकलीफ है थोड़ा अमित शाह से कहो कि वोरा जी और अहमद पटेल को बता दें कि यह कैसे मुमकिन हुआ।
आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में जवाहरलाल नेहरू के नाम होने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि गांधी जी के साथ नेहरू ने भी आजादी की लड़ाई की अगुवाई की। वह माफी मांग कर जेल से बाहर नहीं आए थे। जिस परिवार को आप कोसते हैं उस परिवार ने अपना सब कुछ त्याग दिया। आप योग करिए लेकिन इतिहास और तथ्यों का शीर्षासन मत कराइये।