राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से आए उस बयान को गलत बताया, जिसमें उनको मुलाकात का वक्त न देने की बात कही गई थी।
इसके साथ राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने कहा कि सिंधिया इकलौते ऐसे शख्स थे, जो मेरे घर पर भी कभी भी आ सकते थे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) के लिए उनके घर के दरवाजे हमेशा खुले थे।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शाम 6 बजे पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई है।
…अब यह मुमकिन नहीं था, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफे में सोनिया को बताई अपनी तकलीफ
वहीं, सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस नेताओं की ओर से मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कई लोगों को लगता है कि संकट के लिए पार्टी और सिंधिया दोनों जिम्मेदार हैं।
कांग्रेस पार्टी के एक राज्यसभा सांसद ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि अहंकार, लालच और कार्य करने में अक्षमता सिंधिया के पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण है।
उन्होंने कहा कि सिंधिया में ‘अहंकार और लालच’ है, जिसके चलते वह जिस विचारधारा का लंबे समय से विरोध कर रहे थे, उसी में शामिल हो गए।
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से सिंधिया पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।” उन्होंने कहा कि “पार्टी को अपने भीतर देखना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई पार्टी न छोड़े।”
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कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद बी.के. हरिप्रसाद ने कहा, “2010 में सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष पद की पेशकश की गई थी।
लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि वह केंद्रीय मंत्री के रूप में काम करना चाहते हैं। जिसके बाद कांतिलाल भूरिया को पार्टी का राज्य अध्यक्ष बनाया गया था।