भाजपा की तरफ से सरकार बनाने के लिए सभी पैतरें खोलने के बाद कर्नाटक में आंकड़ों का गणित कुछ पेचीदा हो गया है। अब गेंद राज्यपाल के पाले में हैं। अब उनको यह तय करना है कि वो सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं या फिर आंकड़ों और जरुरी संख्या बल के गणित को देखते हुए कांग्रेस और जेडीएस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं।
इन लोगों के लिए लांच हुआ नया आईटीआर फॉर्म, इस तारीख को जमा करना होगा टैक्स गुलाम नबी का बड़ा आरोप सरकार बनाने के दावों प्रतिदावों के बीच बेंगलुरु में डेरा डाले वरिष्ठ कांग्रेस सदस्य और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि बीजेपी उनके विधायकों को धमका रही है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह जोड़-तोड़ की मदद से सरकार बनाने की हर संभव कोशिश कर रही है। आजाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को लालच दिए जा रहे हैं, उनको डराया धमकाया जा रहा है।
खून-खराबे की चेतावनी आजाद ने बीजेपी और केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘अगर राज्यपाल ने संवैधानिक मूल्यों का पालन नहीं किया और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए निमंत्रित नहीं किया तो कर्नाटक की सड़कों पर खून बहेगा। उन्होंने बीजेपी पर कांग्रेस और जेडीएस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फ़ैलाने का आरोप लगते हुए कहा कि ‘बीजेपी अपने विधायकों की चिंता करे।’
गुजरात में हादसा: दीवार गिरने से चार की मौत, देखें दर्दनाक वीडियो निष्पक्ष होना चाहिए राज्यपाल को गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राज्यपाल को पक्षपाती नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जरूर सामने आई है लेकिन उसके पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास 224 सदस्यीय विधानसभा में 117 सीटें हैं, इसलिए राज्यपाल को उन्हें ही सरकार बनाने का मौका देना चाहिए।
बीजेपी पर मंत्रिपद ऑफर करने के आरोप कांग्रेस विधायक डी के अमरगौड़ा ने बीजेपी प्रदेश नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद का प्रलोभन दिया है। अमरगौड़ा पाटिल कुश्तगी से कांग्रेस के विधायक हैं।