ये भी पढ़ें: दिल्ली चुनाव: अमित शाह के घर रात 3 बजे तक चली बैठक, 45 सीटों पर BJP ने तय किए चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा कि- ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि सीएए नागरिकता लेने के लिए नहीं, बल्कि देने के लिए है। बहुत लोगों का मानना है कि CAA-NPR और NRC से जुड़ा हुआ है तथा यह बहुत लोगों नागरिकता छीन लेगा।’
चिदंबरम ने आरोप लगाया कि- ‘प्रधानमंत्री के पास प्रधानमंत्री से बात करने का मौका नहीं है।’ उन्होंने कहा कि पीएम के पास एकमात्र तरीका यह है कि वे अपने सबसे मुखर आलोचकों में से पांच का चयन करें और उनके साथ टेलीविज़न पर प्रश्न और उत्तर सत्र करें।
ये भी पढ़ें: शिअद ने की राजोआना की फांसी को उम्रकैद में बदलने की मांग चिदंबरम ने कहा कि CAA पर राजनीतिक हलकों में लगातार बहस हो रही है। इस मुद्दे नें तूल पकड़ा हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि- लोगों को चर्चा सुनकर सीएए पर अपने निष्कर्ष पर पहुंचनें देना चाहिए। मुझे पूरी उम्मीद है कि पीएम इस सुझाव पर अनुकूल प्रतिक्रिया देंगे।
ये भी पढ़ें: पीएम मोदी का बड़ा ऐलान- अब श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर जाना जाएगा कोलकाता पोर्ट बता दें, सीएए को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। पक्ष और विपक्ष दोनों तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ लोग जहां सीएए पर शंका जता रहे हैं, वहीं सरकार अलग-अलग माध्यमों से इस पर अपना स्पष्टीकरण दे रही है।