चीन के बिगड़ैल रवैये के बीच बीजेपी सांसद ने कहा है कि अब उसको जवाबा देने का वक्त आ गया है। अब चीन से अक्साइ चिन को वापस लेने का वक्त आ गया है।
भारत में रहे चीनी नागरिकों को सता रहा जान का खतरा, जानें देश के दो बड़े शहरों कितने चीनी नागरिक रहते हैं और क्या करते हैं चीन की धोखेबाजी के बीच हर किसी में चीन के प्रति विरोध साफ झलक रहा है। इस बीच बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा है, ‘मैं गलवान घाटी में भारतीय सेना के सैनिकों के अदम्य साहस और निस्वार्थ बलिदान को सलाम करता हूं। आप सभी ने मातृभूमि के लिए अपनी अंतिम सांस तक अपार साहस दिखाया।आपकी वीरता को हमेशा याद रखा जाएगा। बहादुर सैनिकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।’
बीजेपी नेता ने कहा कि सिर्फ अक्साइ चिन नहीं बल्कि गिलगिट और बाल्टिस्तान भी लद्दाख का हिस्सा है।
बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि ये भारत 1962 वाला भारत नहीं रहा। बल्कि ये भारत 2020 का है। जो चीन को मुहंतोड़ जवाब देने का हौसला रखता है।
आपको बात दें कि चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने एक हफ्ते पहले ही इस विवादित इलाके का दौरा किया था। इतना ही नहीं पैंगोंग झील इलाके के आसपास सीमा से सटे गांवों में भी बीजेपी सांसद ने तीन दिन का दौरा किया। इसके बाद लौटते ही सांसद नामग्याल ने ये जानकारी दी थी कि किस तरह चीन ने सीमा पर दूसरी तरफ बाहर से लोगों को लाकर बसा दिया है।