महिला मतदाताओं की बात करें तो मत प्रतिशत में पुरुषों से आगे रहीं हैं। पहले चरण को छोड़ दूसरे और तीसरे चरण महिला वोटरों का मतदान प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले ज्यादा रहा है। वहीं इस बार भी पहले चरण को छोड़ दें तो महिला मतदाता बाकी दोनों चरणों में मतदान करने में पुरुषों से आगे रही हैं।
पिछले नतीजों में महिलाओं ने इन्हें चुना |
विधानसभा क्षेत्र | वोट प्रतिशत ( महिला) | पार्टी |
किशनगंज का ठाकुरगंज | 77.15 | JDU |
कटिहार के प्राणपुर | 75.70 | BJP /td> |
कटिहार के बलरामपुर | 74. 64 | CPI |
पूर्णिया के बैसी | 74.59 | RJD |
सुपौल के छातापुर | 73.86 | BJP |
पूर्णिया के कस्बा | 73.52 | Congress |
किशनगंज के कोचाधामन | 73.34 | JDU |
अररिया के सिकटी | 72.62 | BJP |
पश्चिम चंपारण के सिकटा | 72.8 | JDU |
कटिहार के कदवा | 72.21 | Congress |
2015 में हुए चुनाव की बात करें तो पहली बार महिला मतदाता पुरुषों से आगे निकली थीं। पिछले चुनाव में 10 ऐसी सीटें थी जहां 72 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं ने मतदान किया था, जिनमें सबसे ज्यादा 3-3 सीटें बीजेपी और जेडीयू के खाते में आई थी। 10 में से 2 सीटों पर कांग्रेस, जबकि आरजेडी और सीपीआई के खाते में एक-एक सीट आई।
महिला वोटर्स की बात करें तो उत्तर बिहार, कोशी और सीमांचल के इलाके में महिला मतदाताओं का दबदबा रहा है। पिछली बार की तरह इस बार इन्हीं सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा रही। ऐसे में एनडीए को खासकर जेडीयू को इस इलाके से काफी उम्मीद है।
पिछले चुनाव में महिलाओं का सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत किशनगंज के ठाकुरगंज विधानसभा सीट पर रहा, जहां सबसे अधिक 77.15 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया था। ये सीट जेडीयू के खाते में गई थी।
इसके बाद कटिहार में 75.75 फीसदी महिलाओं ने वोट किए था, ये सीट बीजेपी के खाते में गई थी। जबकि तीसरे नंबर पर कटिहार का बलरामपुर था, जहां महिलाओं ने 74.60 फीसदी वोट किया और ये सीट सीपीआई को मिली।