राजनीति

17वीं लोकसभा का पहला सत्र 1952 से अब तक का सबसे स्वर्णिम सत्र: ओम बिड़ला

Lok Sabha Speaker Om Birla ने की एक प्रेस कॉंफ्रेंस
लोकसभा सत्र की समाप्ति के बाद दी सत्र से जुड़ी जानकारी
लोकसभा की कार्यवाही के दौरान कुल 36 विधेयक हुए पारित

Aug 10, 2019 / 06:49 pm

Mohit sharma

नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में कुल 37 बैठकें हुईं जो 280 घंटे तक चलीं। इस दौरान कुल 539 सदस्यों को सदस्यता की शपथ भी दिलाई गई।

लोकसभा की कार्यवाही के दौरान कुल 36 विधेयक पारित हुए। यह जानकारी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने लोकसभा सत्र की समाप्ति के बाद एक प्रेस कॉंफ्रेंस में दी।

 

उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर बारे में संविधान के आर्टिकल 370 से संबंधित सांविधिक संकल्प और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल 2019 पारित किया गया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने कहा कि इतनी लंबी लोकसभा की कार्रवाई सफलतापूर्वक चलने के लिए सभी बधाई के पात्र है।

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17th Lok Sabha

मीडिया ने अच्छा सहयोग किया, उनके लिए भी यह लोकसभा सत्र आनन्दित रहा। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल, सत्तापक्ष और प्रतिपक्ष ने सदन चलाने में सकारात्मक सहयोग किया है।

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र का मीडिया है अभिन्न अंग, जिसने बेहतरीन भूमिका निभाई है।

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17th Lok Sabha

इस बार की संसद की कार्रवाई सुचारू चलाना एक चुनौती थी, इसबार संसद की कार्रवाई बिना किसी बाधा के चलने से एक अच्छा सन्देश देश में गया है। ओम बिड़ला ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने जानकारी देते हुए बताया कि इसबार अधिकतर सांसदों ने अपने क्षेत्र की आवाज सदन में उठाई।

सभी सांसदों ने अनुशासन, नियम और प्रक्रिया का विशेष ख्याल रखा। यह 1952 से लेकर अभी तक का सबसे सफल संसद सत्र यह रहा है।

 

17th Lok Sabha

इसके साथ ही संसद को पेपरलैस बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाया गया है। 80% सांसदों ने पेपरलैस संसद बनाने पर अपनी सहमति दी है, इससे करोड़ो रूपये की बचत होगी।

1992 में 67 दिन सत्र चला था और इसमें 32 बिल इंटर्ड्यूश हुए और 27 पारित हुए।

स्पीकर( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने कहा कि संसद के पहले सत्र में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को उन्होंने महसूस किया।

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17th Lok Sabha

देश की जनता में इस सत्र से एक सकारात्मक संदेश गया, सभी राजनीतिक दल अपने विचारधारा को देशहित में रखना चाहिए। कई विधेयक सर्वसम्मति से पारित हुए इसके लिए विपक्ष बधाई का पात्र है।

प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन निर्माण को लेकर आग्रह किया है।

 

उन्होंने कहा कि भारत की संसद की गरिमा को अंतराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने के प्रयास किए जाएंगे। ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) अगला संसद का सत्र और ज्यादा प्रभावी हो इसके प्रयास किए जाएंगे…

—हर बिल पर डिबेट का पूरा मौका दिया, हर व्यक्ति को चर्चा में भाग लेने का मौका मिला

-सभी राज्य के विधानसभा अध्यक्षों को इसी माह बुलाकर स्पीकर कॉन्फ्रेंस की जाएगी

– ऑनलाइन सिस्टम, लाइब्रेरी, सत्र के विधायी कार्य के बारे में सूचनाओं का आदान प्रदान होगा

– शून्य काल में उठाए गए विषय राज्य और केंद्र के होते है, इसमें जवाब सम्बंधित विभाग की ओर से समयबद्ध देना सुनिश्चित किया जाएगा

– सदन की कार्रवाई बाधित न हो यह हर लोकसभा सदस्य चाहता है, सबके सहयोग से ही सदन सुचारू चलता है

– इसबार 72 घण्टे अतिरिक्त कार्य हुआ है, अर्थात 6 दिन और चला है

– 161 सदस्य रात्रि 12 बजे तक उपस्थित रहे

– नए संसद भवन के विषय में कई स्तर पर सुझाव मांगे गए है। आधुनिक तकनीक से युक्त भवन अवश्य जल्द बनेगा

 

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