उमा भारती के पहनावे को लेकर महाकाल मंदिर में मचा बवाल, जानें गर्भगृह में पूजा करने का क्या है ड्रेस कोड
सावन ( Sawan 2019 ) महीने में शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। उज्जैन ( Ujjain ) स्थित महाकालेश्वर मंदिर ( mahakaleshwar temple ) में वैसे तो पूरे साल श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है लेकिन सावन महीने में इस मंदिर का महत्व खास हो जाता है। महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
अगर आप सावन महीने में महाकालेश्वर मंदिर का दर्शन करने की योजना बना रहे हैं तो इस मंदिर से जुड़ी हर बात जान लीजिए, नहीं तो यहां आने के बाद आपको भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हिन्दू पौराणिक मान्यता के अनुसार, महाकालेश्वर मंदिर देश के सात मोक्ष प्राप्त करने वाले स्थानों में शामिल हैं।
सावन महीने में यहां आम दिनों से ज्यादा भीड़ होती है। इसलिए यहां आने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त कर लें ताकि आपको आगे किसी तरह की परेशानी ना हो। नहीं तो आप भी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ( Uma Bharti ) की तरह परेशान हो सकते हैं।
दरअसल, मंगलवार को शिवरात्रि पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती महाकालेश्वर मंदिर पहुंची थीं। यहां पर उन्होंने महाकाल का दर्शन कर पूजा अर्चना की। महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए महिलाओं के लिए ड्रेस कोड है। मंदिर प्रबंधन द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड के अनुसार उमा भारती साड़ी पहनकर नहीं गईं थी।
हालांकि विवाद को बढ़ता देख उमा भारती ने खुद ट्वीट कर कहा कि उन्हें मंदिर प्रबंधन द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड पर कोई आपत्ति नहीं हैं। आगे उन्होंने कहा कि वे जब अगली बार मंदिर में दर्शन करने आएंगी, तब पुजारी यदि कहेंगे तो साड़ी पहन लेंगी।
क्या है ड्रेस कोड मंदिर में प्रवेश को लेकर ना तो कोई नियम है ना ही कोई ड्रेस कोड है, लेकिन अभिषेक और पूजा के लिए विशेष नियम है। महाकाल के भस्म आरती में भाग लेने के लिए पुरुषों को धोती-कुर्ता और महिलाओं को साड़ी पहनना अनिवार्य है।