6 बच्चों की मौत से बीमारी की दहशत
पटोरी में पहली मौत पांच दिन पहले मंगलवार को हुई थी। इसके बाद दो दिन में पांच और बच्चों ने दम तोड़ दिया। छह बच्चों की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर भोजन, पानी, पेयजल स्रोत सहित अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लिए थे, लेकिन छह दिन बाद भी रिपोर्ट नहीं आई है। जिससे मौत की स्पष्ट वजह पता नहीं चली है। ग्रामीणों ने कहा बीमारी की वजह सामने आ जाए तो लोगों का डर खत्म हो जाएगा। बीमारी के डर से एक दूसरे से बना रहे दूरी
गांव के रहने वाले लोगों में बीमारी का खौफ इस कदर है कि वो एक दूसरे से दूरी बनाने लगे हैं। ग्रामीणों ने बताया गांव के अन्य लोग हमसे दूरी बनाने लगे हैं। उन्हें भी डर सता रहा है कि बीमारी उनके घरों तक न पहुंच जाए। ग्रामीणों ने कहा सावधानी जरूरी भी है। हम भी नहीं चाहते कोई हमारी वजह से परेशान हो। बीमारी की दहशत ऐसी है कि माता-पिता ने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे जिसके कारण गांव में हंसता-खेलता बचपन घरों में कैद हो गया है।
24 घंटे हो रही निगरानी
स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला आदिवासी टोला में चौबीस घंटे निगरानी कर रहा है। बीमारी के जरा भी लक्षण सामने आने पर जांच-परीक्षण कर दवाइयां दी जा रही हैं। मैदानी अमले ने घर-घर अपना नंबर साझा किया है। किसी भी तरह की तकलीफ होने पर संपर्क करने की समझाइश दी है। इसके साथ ही दवाइयों का स्टॉक ग्राम पंचायत भवन में रखवाया है। 108 एम्बुलेंस को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।