झोपड़ी में बच्चों को सोता छोड़ गए थे माता-पिता
दिलदहाल देने वाली घटना पन्ना जिले के बृजपुर थाना इलाके की है जहां देसु आदिवासी अपने परिवार के साथ खेत में बनी झोपड़ी में रहकर खेत की रखवाली करता है। शुक्रवार की सुबह रोजाना की तरह माता-पिता उठे और झोपड़ी में 3 साल के संदीप और 2 साल के अंकित को सोता छोड़कर जंगल में लकड़ी लेने के लिए चले गए। लेकिन जब दोनों वापस लौटे तो उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
झोपड़ी में आग लगने से जिंदा जले बच्चे
जिस झोपड़ी में दोनों बच्चे सो रहे थे उसमें किन्ही कारणों से आग लग गई और झोपड़ी में सो रहे दोनों बच्चे आग में जलकर खाक हो गए। जब तक परिजन व गांव के लोग पहुंचे तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। झोपड़ी में आग कैसे लगी फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है।