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पन्ना

एमपी के इस जिले में गए थे अवैध हीरा खदानों पर कार्रवाई करने पर खुद ही पिट गए

एमपी के इस जिले में गए थे अवैध हीरा खदानों पर कार्रवाई करने पर खुद ही पिट गए

पन्नाJul 23, 2019 / 11:05 pm

Bajrangi rathore

In this district of MP, they were beaten for taking action against...

In this district of MP, they were beaten for taking action against…

पन्ना। मप्र के पन्ना जिले के उत्तर वन मंडल के रहुनिया बीट में चल रही अवैध हीरा खदान में कार्रवाई करने के लिए गए वन अमले में से किसी के भी पास हथियार नहीं था, जबकि 15 से 20 आरोपियों ने वन अमले को कट्टे के दम पर उन्हें बंधक बनाने के बाद लाठी-डंडे से बेदम पिटाई की और उनके कब्जे से दो आरोपियों को छुड़ा ले गए।
घटना के बाद मामले में एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया में इतना समय लग गया कि पीडि़त पुलिसकर्मियों को शाम करीब 4 बजे इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंच सके। तब तक वे लहूलुहान हालत में दर्द से कराहते और कारोबारियों से पिटने की शर्मिदगी झेलते रहे।
जानकारी के अनुसार विश्रामगंज रेज में पदस्थ वन अमले को सुबह सूचना मिली थी कि रहुनिया बीट के कक्ष क्रमांक ३६८ में अवैध रूप से हीरा खदानों का संचालन किया जा रहा है। उक्त क्षेत्र करीब 25 किमी. अंदर की ओर है। मामले की जानकारी लगने के बाद बाबूपुर चौकी में पदस्थ अमले द्वारा मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।
जहां से मिले निर्देश के बाद डिप्टी रेंजर अजीत खरे अपने साथ चार फारेस्ट गार्डऔर एक चौकीदार की टीम को लेकर कार्रवाई करने के लिए मौके पर रवाना हो गए। बताया गया कि सुबह करीब 11 बजे वन अमले की टीम बताए गए स्थान कक्ष क्रमांक 386 पर पहुंची और हीरे की खदान का अवैध संचालन कर रहे दो लोगों को लल्लू अहिरवार निवासी छतैनी धरमपुर और पप्पू अहिरवार निवासी छतैनी धरमपुर को पकड़ लिया जबकि शेष लोग भागने में कामयाब रहे।
संगठित रूप से वन अमले पर मारपीट की पहली घटना

वन विभाग के अधिकारियों ने भी माना कि बीते कुछ सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब संगठित रूप से कार्रवाई दस्ते पर हमले की नीयत से लोग आए हों और मारपीट भी की। इससे पहले एक वनकर्मी को कुल्हाड़ी जरूर लगी थी, लेकिन बाद में पाया गयाकि वह आरोपी द्वारा किए गए हमले में नहीं बल्कि छाीनाझपटी में वनकर्मीको कुल्हाड़ी लग गई थी।
यह पहली घटना है जब अवैध रूप से हीरा खदान लगाने वालों ने संगठित रूप से वन अमले पर हमला कर दिया हो। इससे पहले रेत खदान में अवैध कारोबार से जुड़े लोगों द्वारा कार्रवाई दस्ते पर फायर करने, हथियारों की दम पर तहसीलदार को बंधक बनाने और कार्रवाई दस्ते के सामने से जब्त वाहनों को छुड़ाने जैसी घटनाएं पूर्व में होती रही हैं।
पांच घंटे बाद प्राथमिक उपचार

घटना सुबह करीब 11 बजे हुई। जब करीब डेढ़ दर्जन लोगों ने वन अमले की पिटाई कर दी। घटना के बाद यदि घायल वनकर्मी डायल 100 एम्बुलेंस को भी कॉल किया होता तो उन्हें कुछ ही मिनटों बाद जिला अस्पताल पहुंचाकर प्राथमिक उपचार दिया जाता, लेकिन घायल वनकर्मियों ने अपने अधिकारियों को सबसे पहले जानकारी देना जरूरी समझा।
वन अधिकारियों ने पहले प्राथमिक उपचार दिलाना जरूरी नहीं समझने के बजाए एफआईआर कराना ज्यादा जरूरी समझा। सूत्रों के अनुसार घायल वनकर्मी पहले बाबूपुर वन चौकी पहुंचे और अधिकारियों के निर्देशों का इंतजार करते रहे।
अधिकारियों से मिले निर्देश के अनुसार वनकर्मी करीब डेढ़ बजे एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाना बृजपुर पहुंचे। जहां एफआईआर दर्ज होने की पूरी प्रक्रिया में करीब ३.३० बज गया। इसके बाद वनकर्मी प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल रवाना हुए।
इसलिए नहीं था वन अमले के पास हथियार

सूत्रों के अनुसार विभाग के अधिकारियों को हथियार तो मिलते तो हैं लेकिन वे रेंज में जमा रहते हैं। जब उन्हें कहीं कर्रवाई करने जाना होता है तो उन्हें रेंज कार्यालय से हथियार लेना होता है और वहां से लौटने के बाद उसे जमा भी करना होता है। इस दौरान प्रकिया में काफी समय बर्बाद होता है इसलिए अमूमन वन अधिकारी अपने पास हथियार नहीं रखते हैं।
उक्त कार्रवाई के दौरान भी संभवत: इसी करण से वन अमले द्वारा अपने साथ हथियार नहीं ले जाया गया होबा। घायल वन अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट पर बृजपुर थाने की पुलिस ने 6 नामजद और 10-12 अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस द्वारा जिन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है उनमें आरोपी नत्थू खरे, पप्पू खरे, लाखन सिंह उर्फ लख्खू गौंड, पप्पू अहिरवार, लल्लू अहिरवार सहित 10-12 अन्य लोग शामिल हैं।
डायल 100 पर इवेंट आया था। जिसके डायल 100 को मौके पर रवाना किया गया था । इसके उपरांत घायल वन अमला थाने आया और शिकायत दर्ज कराई। जिस पर हमने प्रथम दृष्टया एफआईआर कर ली है और मामले को जांच में लिया है।
राकेश तिवारी, थाना प्रभारी बृजपुर
रहुनिया बीट के अंतर्गत जानकारी मिली थी कि कुछ लोग अवैध हीरा खदान लगाए हैं, जिस पर हमारी टीम कार्यवाही के लिए गई थी। कार्रवाई उपरांत कुछ लोग आए और वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया। जिसमें दो वन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए और चार लोगों को मामूली चोटें आई हैं । जिसकी शिकायत बृजपुर थाने में कर दी गई है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।
नरेंद्र सिंह परमार, एसडीओ वन विभाग पन्ना

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