रक्त की भी कमी
उधर, इस समय ब्लड बैंक में रक्त की भी कमी है। आरडीपी या सामान्य रक्त की जरूरत होने पर मरीजों के परिजनों को भटकना पड़ रहा है। कई बार तो विशेष समूह के रक्त की आवश्यकता होने पर डोनर को खोजना पड़ रहा है। ब्लड बैंक से अभी रोजाना करीब 25-30 यूनिट रक्त रोजाना जा रहा है।क्या है आरडीपी
रैंडम डोनर प्लेटलेट (आरडीपी) एक प्लेटलेट यूनिट है। जो एक सिंगल ब्लड यूनिट (350 एमएल/450 एमएल) से तैयार की जाती है। यह प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा-प्लेटलेट कंसन्ट्रेट (पीआरपी-पीसी), बफी कोट-रिड्यूस्ड प्लेटलेट कंसन्ट्रेट (बीसी-पीसी) या प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (पीआरपी) के रूप में हो सकता है।मच्छर से ही फैलता है
डेंगू जैसा ही वायरस है। जो मच्छर से फैलता है। उसका डिटेक्शन होने पर ही पता लगता है। वायरस में प्लेटलेट कम होने के सीरियस केस नहीं आए हैं। इस वायरस के प्रभाव से शरीर डेंगू की तुलना में अधिक लाल हो जाता है। इसमें ज्वाइंट पेन भी होता है। चिकनगुनिया की तरह। इसमें भी बुखार होता है। मरीज को ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से जांच करवानी चाहिए।- डॉ. हजारीमल चौधरी, विभागाध्यक्ष, मेडिसन विभाग, मेडिकल कॉलेज, पाली
डीएनआई दिया नाम
प्लेटलेट कम होने का कारण महज डेंगू नहीं है। वायरल बुखार सहित अन्य कारणों से भी प्लेटलेट कम हो जाते है। अभी जो मरीज आ रहे है, उनके डेंगू की रिपोर्ट नेगेटिव आती है। उसे मेडिकल में डीएनआई नाम दिया है। उसमें पानी की कमी हो जाती है। बुखार आता है। प्लेटलेट्स कम हो जाती है। इसमें ज्वाइंट पेन व उल्टी आदि की भी तकलीफ होती है।- डॉ. पंकज माथुर, बांगड़ चिकित्सालय, पाली