तीर्थ यात्रा की विशेष ट्रेन वंदे जिनशासन एक्सप्रेस से नीचे उतरते ही वीर प्रभु के जयकारे गूंज उठे। तीर्थ यात्रियों ने कहा आनन्द आ गया, जिनको नहीं जानते थे। जो ट्रेन में चढ़ने से पहले पराए थे, वे भी अपने हो गए। प्रभुजी के दर्शन से धन्य हो गए।
बैण्ड बाजों व ढोल की थाप के साथ अगवानी
जिनशासन एक्सप्रेस के पाली आने से पहले ही यात्रियों के स्वागत के लिए लोगों का रेलवे स्टेशन पर हुजूम उमड़ा। ढोल की थाप और बैण्ड बाजों की मधुर धुन के साथ स्वागत को आतुर लोग करीब एक घंटे से अधिक समय तक स्टेशन पर इंतजार करते रहे। ट्रेन के एक से दूसरे स्टेशन को पार करने की जानकारी फोन पर लेते रहे।
जैसे ही ट्रेन पाली स्टेशन पर पहुंची व यात्री नीचे उतरे, शहरवासियों ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। तीर्थ यात्रियों के चरण छूकर आशीर्वाद लिया। वहीं तीर्थ यात्रियों ने अपने से बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।