सूचना मिलते ही टीआरडी टीम के साथ स्टेशन मास्टर मौके पर पहुंचे। इसके बाद पतंग के मांझे तथा पतंग की लकड़ी को हटाकर लाइन को दुरुस्त किया। मांझा हटाने की कार्रवाई में टीआरडी स्टाफ ने भूमिका निभाई। इसके बाद ट्रेन को सुरक्षित रवाना किया गया।
ट्रेन को 50 मिनट रोकना पड़ा
स्टेशन मास्टर हेमंत यादव ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन शाम 6:36 बजे योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन को करीब 50 मिनट तक रोकना पड़ा। क्योंकि ट्रेन के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों में पतंग का मांझा फंस गया था। ऐसा भूलकर भी ना करें
उन्होंने बताया कि ट्रेनों के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों में 25 हजार वोल्ट का करंट दौड़ता है, जो जानलेवा हो सकता है। ऐसे में ट्रेनों और प्लेटफॉर्म के आसपास पतंग नहीं उड़ाई जानी चाहिए।