बीमारियां भी रहती दूर, रसायन रहित सब्जी
वर्तमान में प्रत्येक सब्जी के अधिक उत्पादन के लिए रसायन का प्रयोग किया जाता है, जिससे सब्जियां जहरीली बन रही है। वहीं कंकेड़ा पूर्ण रूप से ऑर्गेनिक होता है। इसके सेवन से कई गंभीर बीमारियां भी दूर रहती है। इसका वैज्ञानिक नाम मोमोरडिका डायोइका हैं। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। बारिश के मौसम में खेतों की मेड़, गोचर में झाड़ियों, पेड़ों आदि के सहारे उगी बेलों पर कंकेड़ा के फल बहुतायत से लगे रहते हैं। इन्हें बच्चे, ग्वाले, बुजुर्ग व महिलाएं तोड़कर घर ले आते हैं और काट व उबालकर स्वादिष्ट व स्वास्थ्यवर्धक सब्जी बनाते है।
OrganicVegetable : प्रवासी भी ले जाते साथ
मारवाड के प्रवासी मानसून की सीजन में जब भी अपने घर लौटते है तो कंकेडा को अपने साथ ले जाते हैं। प्रवासी गोविन्द सीरवी का मानना है कि कंकेड़ा के सेवन से पेट, हृदय व त्वचा सम्बन्धी कई विकारों से छुटकारा सम्भव है। मौसमी बीमारियों व एलर्जी से भी बचाव होता है।
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कंकेड़ा में कई विटामिन
कंकेड़ा में लगभग सभी प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं। पेट सम्बन्धी कई बीमारियों से बचाव, मोटापा कम करने, कैंसर व अल्सर सहित हृदय रोगों से बचाव करता है। कंकेड़ा एंटीऑक्सीडेंट है। इसमें फ्लेवोनोइड तत्व होता है। यह हृदय रोग, कैंसर, चर्म रोग, आंखों के रोग तथा लिवर की समस्याएं रोकता है। इसकी पूरी बेल ही आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होती है।
जयराजसिंह शेखावत, वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक, जिला आयुर्वेद चिकित्सालय, पाली