उन्होंने कहा कि मैं पाली की गलियों में साइकिल लेकर घूमा। संघ व देश सेवा से प्रेरित होकर काम किया। आपातकाल में पाली से मीसा बंदियों के साथ जेल में रहा। पाली की अपणायत व लाड-प्यार से ही देश हित में काम करने की ताकत मिली। उन्होंने कहा कि यहां के निवासी मेरे अपने हैं। उनकी सेवा को मैं सदैव तैयार हूं। उन्होंने पाली में प्रचारक रहते हुए व आपातकाल से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए पुराने साथियों को नाम सहित याद किया। इससे पहले जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। भारत रक्षा मंच व भाजपा महिला मोर्चा की सुमन सैन, खुशबू सोनी, नीलम देसाई, पूजा सोनी के नेतृत्व में स्वागत द्वार पर तिलक लगाकर व आरती कर अगवानी की गई। पूर्व सांसद पुष्प जैन ने शब्द सुमन से स्वागत किया।
इन्होंने किया अभिनंदन
युवा स्वागत समिति के रितेश छाजेड व जितेंद्र भंसाली ने बताया कि कार्यक्रम को राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, केबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत, केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, सांसद पीपी चौधरी, बाली विधायक पुष्पेन्द्रसिंह राणावत, सोजत विधायक शोभा चौहान, पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, जिला प्रमुख रश्मिसिंह ने भी माथुर के सम्मान में विचार रखते हुए संस्मरण साझा किए।
प्रताप की प्रतिमा की भेंट
समारोह में राज्यपाल माथुर को तलवार, फोटो फ्रेम, महाराणा प्रताप की प्रतिमा भेंट की गई। उनको 51 किलो की पुष्पमाला पहनाई गई। संचालन ओम आचार्य व कार्यक्रम संयोजक उगमराज सांड ने किया। इसके बाद माथुर ने नवेश कोचर मेहता के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की।