घटना की सूचना पुलिस को दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, डीएसपी देरावरसिंह सोढ़ा, तहसीलदार डॉ. दिलीपसिंह घटना स्थल पर पहुंचेे। सोजत से गोताखोरों को बुलवाया गया। झाड़ियों व गहरे पानी में करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद तीनों के शव बाहर निकाले जा सके। मृतकों की पहचान नर्सिंगपुरा सोजत निवासी छेलाराम बंजारा (20) पुत्र रूपाराम, नर्सिंगपुरा सोजत निवासी मुकेश बंजारा (28) पुत्र सोहनलाल व मारवाड़ जंक्शन हाल नर्सिंगपुरा सोजत निवासी जयकिशन सरगरा (18) पुत्र भेराराम के रूप में हुई। तीनों शव सोजत अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए।
मोरेश्वर धाम में डूबे तीन युवकों के शवों को मृतक के पिता गोताखोर सोहनलाल बंजारा व उसके पुत्र दिनेश बंजारा ने साहस का परिचय देते हुए बाहर निकाला। मलाल इस बात का रहा कि
पाली जिले के सोजत में बहुत सारे गोताखोर होते हुए भी किसी भी गोताखोर ने इन युवकों को बाहर निकालने में सहयोग नहीं किया। वे सोजत शहर के रामेलाव तालाब के गणपति विसर्जन में लगे रहे। सोहन बंजारा स्वयं लम्बे अर्से से गोताखोर हैं, जिसने प्राकृतिक आपदा में कई शवों को बाहर निकालने में अपनी महत्ती भूमिका निभाई है।
नाडी में उमड़ी भीड़, परिजनों के हाल बेहाल
अनंत चतुर्दशी व गणपति विसर्जन के कारण मोरेश्वर धाम नाडी स्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। एक ही मोहल्ले के रहने वाले तीनों युवकों की मौत का समाचार सुनकर मोहल्ले में शोक की लहर छा गई। उनके परिजन का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
पुलिस जाब्ता तैनात
देवझूलनी एकादशी पर मोरेश्वर धाम नाडी में गणपति विसर्जन का कार्यक्रम निर्धारित था। जहां पुलिस जाब्ता लगाया गया था। मंगलवार को इस नाडी में गणपति विसर्जन का कोई कार्यक्रम नहीं था। इससे मौके पर पुलिस जाब्ता तैनात नहीं था। सोजत शहर के रामेलाव तालाब, बिलाड़िया गेट नदी, जोधपुरिया गेट नदी, सुकड़ी नदी, निम्बलीनाडी, लीलड़ी नदी पर पुलिस जाब्ता तैनात रहा।