इधर, मामला मीडिया में उजागर होने के बाद सोमवार को पुलिस की नींद नहीं उड़ी। पुलिस ने इन ढाबा संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। राजस्थान पत्रिका ने सोमवार के अंक में ‘हाइवे के ढाबों पर 600 रुपए में जिस्म, 150 रुपए में शराब’ शीर्षक से स्टिंग न्यूज प्रकाशित किया था।
PATRIKA STING:
यहां मिलीभगत के चलते दिन के उजाले में धड़ल्ले से चल रहा जिस्मफरोशी का कारोबार इसमें हाइवे पर चल रहे अवैध जिस्मफरोशी व शराब के कारोबार को उजागर किया। राज्य मानवाधिकार अध्यक्ष प्रकाश टाटिया ने इसे गंभीरता से लिया और इस पर प्रसंज्ञान लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के निर्देश दिए।
साथ ही पुलिस अधीक्षक को 24 जुलाई तक तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। आयोग ने कहा है कि जिस्मफरोशी अत्यंत गंभीर व मानव अधिकार हनन का कार्य है। इसे रोका जाए। OMG!
भोपे ने बताया भूत-प्रेत का प्रकोप, त्रिशूल गर्म कर दाग दिया महिला का पूरा शरीर एसपी से एसएचओ तक टालते रहे
हाइवे पर जिस्मफरोशी के कारोबार पर कार्रवाई को लेकर पुलिस चुप रही। दिनभर में तीन बार पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव से इस बारे में कार्रवाई के बारे में बात की, लेकिन वे जवाब नहीं दे पाए।
पुलिस उपाअधीक्षक पाली ग्रामीण नरेंद्र शर्मा का जवाब था कि पुलिस को जानकारी नहीं थी। गुड़ा एन्दला थानाधिकारी पर्बत सिंह से बात की ता उनका जवाब था कि हाइवे पर तलाशी ली, लेकिन ऐसा कहीं नहीं मिला।