जिम्मेदारों ने नहीं ली सुध
इससे पहले रोहट में स्वामी विवेकानन्द मॉडल
स्कूल के एक कक्ष की छत गिर गई थी।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन लबे समय से जर्जर अवस्था में है। विद्यालय के अन्य कमरे भी जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। बच्चों पर हर समय खतरे का साया मंडराता रहता है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी व प्रशासन इसकी सुध नहीं ले रहा है, जिसके कारण कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है। यहां वर्तमान में 89 विद्यार्थी कक्षा एक से 5 तक में अध्ययनरत है। विद्यालय का अवकाश होने के बाद सभी विद्यार्थी अपने घर पर चले गए। रात में तेज बारिश आते ही विद्यालय के एक कमरे की छत पूरी तरह से टूट कर नीचे गिर गई। कमरे में रखा विद्यालय का सामान मलबे के नीचे दब गया। इसकी सूचना मिलते ही विद्यालय परिवार ने एसएसमसी सदस्यों की बैठक बुलाकर सूचना दी।
जर्जर विद्यालय में पढ़ रहे छोटे बच्चे
रोहट राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन अधिकांश जगह से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जो कभी भी गिर सकता है। ऐसे में नन्हें विद्यार्थियों का जीवन संकट में है। वर्तमान में सभी कक्षाओं को विद्यालय के दो कमरों में बैठा कर पढ़ाया जा रहा है।