इधर, जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर नीरज माथुर ने शनिवार को जवाई बांध का दौरा कर पानी की स्थिति देखी। उन्होंने वहां पर डेड स्टोरेज का पानी निकालने के लिए पम्प लगाए जाने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उनके अनुसार जवाई का पानी काफी नीचे चला गया है। इसके बावजूद 20 सितम्बर तक अभी पानी उपयोग में आने की संभावना है। इसमें भी पानी की आपूर्ति को 72 से बढ़ाकर 96 घंटे के अंतराल से जलापूर्ति करना होगा। इस दौरान अधिशासी अभियंता फालना केसी सिंगारिया, सहायक अभियंता भंवरलाल पिंडेल, तखतसिंह राठौड़ आदि उनके साथ थे।
जोधपुर में पूरा नहीं पड़ रहा पानी जलदाय विभाग के अधिकारियों के अनुसार जोधपुर शहर में भी अभी पानी की कमी है। वहां शहर में 48 घंटे के अंतराल से जलापूर्ति करने के बावजूद माह में दो बार क्लोजर लेना पड़ रहा है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में हर सप्ताह में एक बार क्लोजर लेकर जलापूर्ति की जा रही है।
भूजल विभाग को सर्वे के लिए कहा चीफ इंजीनियर माथुर ने बताया कि पाली में जलापूर्ति के स्थानीय स्रोतों को तैयार करने के निर्देश दे दिए गए है। इसके अलावा भूजल विभाग को नए स्रोत बनाने के लिए सर्वे कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसके आदेश जिला कलक्टर ्रकी ओर से भी कर दिए गए है। उन्होंने बताया कि पाली में पानी की समस्या नहीं आने देने का पूरा प्रयास किया जाएगा।