बड़े पापा के कहने पर चुना फील्ड
पाली के लोढ़ों का वास में रहने वाली अक्षिता सुराणा ने आरजेएस में 123वीं रैंक हासिल की। उनके पिता नवरतन सुराणा बिजनेस करते हैं। वहीं माता बसंती सुराणा गृहिणी है। अक्षिता ने बताया कि चौथी बार परीक्षा देने के बाद विश्वास था कि इस बार चयन जरूर हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आरजेएस बनने का सपना लॉ में प्रवेश लेते समय देखा था। बीकानेर में रहने वाले बड़े पापा रमेश सुराणा ने कहा था कि आरजेएस बनना है। आज मेरा व उनका दोनों का सपना पुरा हुआ।
हनुमानगढ़ की राधिका बंसल को मिला पहला स्थान
उल्लेखनीय है टॉप 10 में 9 लड़कियां हैं। वहीं, टॉप 20 में 16 लड़कियां हैं। पहला स्थान हनुमानगढ़ की राधिका बंसल पुत्री पुरुषोत्तमदास बंसल ने प्राप्त किया है। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद जैसे ही राधिका के घर उसके चयन की खबर पहुंची तो बधाई देने वालों का तांता लग गया। दूसरा और तीसरा स्थान क्रमश: तनुराग सिंह चौहान और परमा चौधरी ने हासिल किया है। राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस) परीक्षा में फाइनल 222 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।