फाटक के पास पहुंचते समय गार्ड को पता चला कि
मालगाड़ी के एक वैगन का गेट खुल चुका है। उसमें से सामान गिर रहा है। इस पर गार्ड से लोको पायलट को सूचना देकर मालगाड़ी को रूकवाया। तब तक आधी मालगाड़ी फाटक से आगे जा चुकी थी। इसके कारण मालगाड़ी को फाटक के बीच में ही रोकना पड़ा। इसके बाद गार्ड करीब सात से आठ वैगन के बाद उस वैगन तक पहुंचा। सामान अंदर डालकर वैगन का गेट बंद किया। इसके बाद ट्रेन को फाटक से रवाना किया गया।
लगभग 37 मिनट बंद रही फाटक, गर्मी में परेशान हुए लोग
मालगाड़ी के आने के लिए एनआर गेट को बंद कर दिया गया था, वैगन का गेट खुलने से बंद करने व मालगाड़ी के रवाना करने तक फाटक लगभग 37- 38 मिनट तक बंद रही। ऐसे में भीषण गर्मी के बीच फाटक पर खड़े वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
लोगों ने उठाया जोखिम
फाटक पर मालगाड़ी के खड़े होने की वजह से एक तरफ से दूसरी तरफ पैदल आने जाने वाले लोगों ने भी जोखिम भरा रास्ता अपनाया। कोई मालगाड़ी से नीचे से होकर तो कोई वैगन के बीच में से होकर एक तरफ से दूसरी तरफ आते दिखे। ऐसे में हादसा होने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता।
व्यापारियों ने संभाली व्यवस्था
काफी देर तक फाटक बंद होने की वजह से मुख्य बाजार में वाहनों का लंबा जाम लग गया। फाटक खुलने के बाद व्यापारी जावेद पठान, सेऊ मनसुखानी, कपिल आसवानी सहित अन्य ने ट्रैफिक व्यवस्था संभाली। वाहनों को डायवर्ट करके जाम को खुलवाया। आधे वाहनों को बाइपास होकर तो आधे वाहनों को देवड़ा बिल्डर्स के पास से होकर निकाला गया। आए दिन लगने वाले जाम की समस्या को लेकर जयश्री कृष्णा सांई दर्शन हेल्पलाइन ग्रुप के मुख्य प्रबंधक देवेंद्रसिंह मीणा ने कई बार सीएलजी बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से ट्रैफिक पुलिस की मांग की है, परंतु अभी तक इस बार पर किसी ने कोई सुध नहीं ली है।