जिले में सुमेरपुर व सोजत में बड़ी मंडी है। यहां बड़ी तादाद में किसान जुड़े हुए हैं। दोनों मंडियों समेत पाली, जैतारण व रानी की कृषि मंडियों में भी सौर ऊर्जा के संयंत्र लगेंगे। प्रत्येक मंडी में 34 किलोवाट क्षमता के प्लांट पर करीब 22 लाख रुपए का खर्च आएगा।
प्रत्येक मंडी में करीब 25 से 30 हजार रुपए का विद्युत खर्च आता है। सौर ऊर्जा लगने से 25 से 30 हजार रुपए की बचत होगी। इस हिसाब से पांचों मंडियों में करीब सवा लाख रुपए की बचत होगी। अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होने पर डिस्कॉम को बिजली बेची जा सकेगी।
मंडियों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगने से रात में भी मंडी परिसर बिजली से जगमग रहेगी। वर्तमार समय में पूरे मंडी परिसर क्षेत्र में लाइटें नहीं लगती है। जिससे मंडियों में कई बार चोरी की वारदातें होती रहती है। सौर ऊर्जा लगने से चोरी की घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा। व्यापारियों व किसानों को इसका फायदा मिलेगा।
कृषि मंडी परिसर में 34 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगेगा। एक सौर ऊर्जा संयंत्र पर करीब 22 लाख रुपए का खर्च आएगा। इससे मंडी बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगी। हर माह करीब 25 से 30 हजार रुपए की बचत होगी। व्यापारियों व किसानों को इसका फायदा मिलेगा। –भागीरथ प्रजापत, मंडी सचिव, पाली