कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के बाद सुमेरपुर मंडी में भी 24 अप्रेल से 24 मई तक नीलामी कार्य बंद रहा। गत वर्ष 24 अप्रेल 2020 से 24 मई 2020 तक विभिन्न कृषि जिंस की 1 लाख 11 हजार 119 बोरियों की आवक हुई थी। वही इस साल लॉकडाउन लगने के कारण 24 अप्रेल से 24 मई 2021 तक विभिन्न कृषि जिंस की मात्र 7 हजार 286 बोरियों की ही आवक हो सकी। इस प्रकार गत वर्ष के मुकाबले इस साल एक माह में राज्य सरकार को राजस्व के रूप में 70 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। वहीं गत साल के एक माह के मुकाबले इस साल एक माह में मंडी बंद रहने से 1 लाख 3 हजार 833 बोरियों की आवक कम हुई।
कृषि जिंस : वर्ष 2020 (24 अप्रेल से 24 मई) -वर्ष 2021 (24 अप्रेल से 24 मई) -अंतर
सरसो: 10726 -1563 -9163
गेहूं: 17739 -359 -17380
जौ : 1100 -29 -1071
चना : 18458 -1638 -16820
अरण्डी : 58952 -3419 -55533
ग्वार : 737 -103 -634
तारामीरा : 2503 -160 -2343
मक्का : 904 -15 -889
कुल योग : 111119 -7286 -103833
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से एक माह तक कृषि मंडी में कृषि जिंसों की नीलामी का कार्य बंद रहा। नीलामी कार्य नहीं होने से राज्य सरकार को राजस्व के रूप में मंडी टैक्स नहीं मिला। –डॉ. पूरणसिंह जैतावत, सचिव, महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मंडी समिति, सुमेरपुर
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से एक माह तक कृषि मंडी में कृषि जिंसों की नीलामी का कार्य बंद रहा। नीलामी कार्य नहीं होने से राज्य सरकार को राजस्व के रूप में मंडी टैक्स नहीं मिला। व्यापारियों, हमालों, मुनीमों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकना भी जरूरी हैं। –विनोद मेहता, अध्यक्ष, सुमेरपुर व्यापार संघ, सुमेरपुर