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पाली

लॉकडाउन ने छीना यहां की मण्डी का मुनाफा, 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित

– पिछले साल भी लॉकडाउन में नुकसान- एक माह बाद शुरू हुआ नीलामी कार्य

पालीMay 26, 2021 / 09:31 am

Suresh Hemnani

लॉकडाउन ने छीना यहां की मण्डी का मुनाफा, 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित

लॉकडाउन ने छीना यहां की मण्डी का मुनाफा, 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित

पाली/सुमेरपुर। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर व्यापारियों व किसानों के साथ ही सरकार के लिए भी भारी पड़ गई। लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के कारण सुमेरपुर की महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मंडी एक माह तक लगातार बंद रही। नीलामी कार्य नहीं हो सका। इससे राजस्थान सरकार को पिछले साल के मुकाबले लगभग 70 लाख रुपए के राजस्व से वंचित होना पड़ा। लगभग 100 से 150 करोड़ का कारोबार भी प्रभावित हुआ। हमाल, मुनीम बेरोजगार हो गए। व्यापारियों का टर्न ओवर प्रभावित होने से आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा।
राज्य सरकार ने 16 से 18 अप्रेल तक प्रदेशभर वीकेंड कफ्र्यू लगाया था। इसके बावजूद कोरोना के भयावह रूप लेने के कारण मंत्री परिषद की विशेष बैठक में 19 अप्रेल से 3 मई तक पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की। मरीजों के लगातार बढ़ते रहने के बाद शुक्रवार को प्रदेश सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की। इसके तहत 25 अप्रेल से 3 मई तब बंदिशें बढ़ा दी है। सुमेरपुर मंडी में प्रशासन व व्यापार संघ ने भी नीलामी कार्य बंद रखने का निर्णय किया। जिसके कारण 24 अप्र्रेल से 24 मई तक मंडी में नीलामी कार्य पूरी तरह बंद रहा। जिससे कृषि जिंस की आवक नहीं हो सकी। इस अवधि के दौरान कुछ समय के लिए नीलामी कार्य शुरू किया था, लेकिन महामारी को बढ़ते देख फिर से कार्य बंद किया गया।
सरकार को 70 लाख का हुआ नुकसान
कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के बाद सुमेरपुर मंडी में भी 24 अप्रेल से 24 मई तक नीलामी कार्य बंद रहा। गत वर्ष 24 अप्रेल 2020 से 24 मई 2020 तक विभिन्न कृषि जिंस की 1 लाख 11 हजार 119 बोरियों की आवक हुई थी। वही इस साल लॉकडाउन लगने के कारण 24 अप्रेल से 24 मई 2021 तक विभिन्न कृषि जिंस की मात्र 7 हजार 286 बोरियों की ही आवक हो सकी। इस प्रकार गत वर्ष के मुकाबले इस साल एक माह में राज्य सरकार को राजस्व के रूप में 70 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। वहीं गत साल के एक माह के मुकाबले इस साल एक माह में मंडी बंद रहने से 1 लाख 3 हजार 833 बोरियों की आवक कम हुई।
गत साल के मुकाबले इस साल एक माह में जिंस की आवक का अंतर (बोरियों में)
कृषि जिंस : वर्ष 2020 (24 अप्रेल से 24 मई) -वर्ष 2021 (24 अप्रेल से 24 मई) -अंतर
सरसो: 10726 -1563 -9163
गेहूं: 17739 -359 -17380
जौ : 1100 -29 -1071
चना : 18458 -1638 -16820
अरण्डी : 58952 -3419 -55533
ग्वार : 737 -103 -634
तारामीरा : 2503 -160 -2343
मक्का : 904 -15 -889
कुल योग : 111119 -7286 -103833
अधिकारी ने बताया
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से एक माह तक कृषि मंडी में कृषि जिंसों की नीलामी का कार्य बंद रहा। नीलामी कार्य नहीं होने से राज्य सरकार को राजस्व के रूप में मंडी टैक्स नहीं मिला। –डॉ. पूरणसिंह जैतावत, सचिव, महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मंडी समिति, सुमेरपुर
व्यापार संघ अध्यक्ष ने बताया
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से एक माह तक कृषि मंडी में कृषि जिंसों की नीलामी का कार्य बंद रहा। नीलामी कार्य नहीं होने से राज्य सरकार को राजस्व के रूप में मंडी टैक्स नहीं मिला। व्यापारियों, हमालों, मुनीमों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकना भी जरूरी हैं। –विनोद मेहता, अध्यक्ष, सुमेरपुर व्यापार संघ, सुमेरपुर

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