काफी समय से उनका डायलिसिस चल रहा था। बुधवार सुबह अपने निवास पर ही उनकी तबियत काफी नासाज हो गई। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर महात्मा गांधी अस्पताल (एमजीएच) पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूर्यकांता व्यास के निधन से जोधपुर शहर में शोक की लहर छा गई।
6 बार रहीं विधायक
पार्षद से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वालीं
सूर्यकांता व्यास छह बार विधायक रहीं। उन्होंने 1990 में अपना पहला चुनाव जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से जीता। इसके बाद वे तीन बार शहर विधानसभा क्षेत्र से चुनकर विधानसभा पहुंचीं। परिसीमन के बाद 2008 में उन्होंने
जोधपुर के सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीतीं। इसके बाद वे लगातार तीन बार इसी विधानसभा क्षेत्र से जीत कर सदन तक पहुंचीं। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर टिकट बदल दिया था। उनकी जगह भाजपा ने नए चेहरे देवेंद्र जोशी को मैदान में उतारा था।
लंबे समय से थीं बीमार
सूर्यकांता व्यास जोधपुर शहर में जीजी के नाम से जानी-जाती हैं। बता दें कि जीजी पिछले करीब 10 महीने से स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से जूझ रहीं थीं। पहले उनका एमडीएम हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हें जोधपुर एम्स रेफर कर दिया गया था। वहां भी उन्हें कई बार भर्ती किया गया था। उन्हें एम्स के आईसीयू में भर्ती किया गया था। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई नेता उनका हालचाल जानने पहुंचे थे। इसी दौरान सोशल मीडिया पर उनके निधन की अफवाह भी फैली थी, जिसका उनके बेटे ने खंडन किया था।