जैन संत गणिवर्य जयकीर्ति विजय ने बताया कि मंदिर में पंजाब केसरी आचार्य विजय वल्लभ सूरि समुदाय के आचार्य विजय नित्यानंद सूरि, आचार्य विजय जयानंद सूरि, आचार्य विजय चिदानंद सूरि सहित संतों व साध्वियों ने जप व तप कर प्रभु से मंगल प्रार्थना की। जैतपुरा तीर्थ में दीक्षित बाल मुनि चैत्य वल्लभ विजय ने 9 उपवास की तपस्या पूरी की है। उनका पालना रविवार को कराया जाएगा। उनके पिता मुनि चारित्र वल्लभ विजय वर्धमान तप की ओली का पाया भरने की तपस्या कर रहे है। तपस्याओं के अनुमोदनार्थ पाŸवनाथ पंच कल्याणक पूजा पढ़ाई गई। आचार्य नित्यानंद सूरीश्वर ने पूजा की ढाल गाई। इससे सभी मन्त्र मुग्ध हो गए। महोत्सव में दोपहर में शासन देवी के गीत तथा मेहंदी वितरण का कार्यक्रम भी हुआ। जिसमें रानी स्टेशन की श्राविकाओं ने तप के गीत प्रस्तुत किए। पूजा तथा गीत के बाद संघ पूजा व प्रभावना वितरित की गई।