प्रदर्शनकारियों ने इमरान सरकार को धमकी दी है कि यदि वेतन में बढ़ोतरी नहीं की गई तो चुनाव कार्य समेत सरकार के सभी कर्तव्यों का बहिष्कार करने की धमकी दी है। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने सड़कों पर उतरकर सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि यह हमारी अधिकार है। हम चाहते हैं कि वेतन में बढ़ोतरी हो। यदि नहीं होती है तो स्कूल बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि हम किंग मेकर के साथ-साथ शासनों के विध्वंसक हैं। यदि सरकार हमारी मांगों को नहीं सुनेगी तो कठिनाई होगी।
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने इमरान सरकार को गंभीर परिणामों की धमकी भुगतने की धमकी देते हुए कहा ‘हम न केवल स्कूलों को बंद करेंगे बल्कि सड़कों को अवरुद्ध करेंगे। सरकार के लिए इस स्थिति से दूर रहने के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी जाएगी। हम सरकार के सभी कर्तव्यों का बहिष्कार करेंगे, जिनमें शिक्षण, ब्लॉक कार्य, चुनाव कार्य, बोर्ड कार्य शामिल हैं।‘
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर दागे आंसू गैस के गोले
प्रदर्शनकारियों में से एक और प्रदर्शनकारी ने कहा ‘जब तक हमारे अधिकार नहीं मिलते हम अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू नहीं करेंगे। यह गैरकानूनी मांग नहीं है। हम एक सही बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं।‘ बता दें कि प्रदर्शनकारी वेतन में बढ़ोतरी की मांग करते हुए नारे लगा रहे थे।
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इस दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। भारी संख्या में तैनात पुलिस बलों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया और सबको तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। साथ ही आंसू गैस के गोले दागे। पिछले महीने भी प्रधानमंत्री इमरान खान के बेनिगाला स्थित आवास के पास शिक्षकों ने अपने विभाग की नई नियमितीकरण नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
इस नई नीति के खिलाफ, पंजाब के 700 से अधिक शिक्षक इस्लामाबाद पहुंचे और इमरान खान के घर पर मार्च करने का फैसला किया।