पाकिस्तान में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिसकी सुनवाई रोजाना करने की अपली कोर्ट से की है। शहबाज शरीफ ने 2017 में इमरान खान के खिलाफ मानहानि का केस करते हुए 10 अरब रुपये मुआवजे की मांग की थी।
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शहबाज शरीफ ने शनिवार को इस संबंध में एक ट्वीट करते हुए फिर से इमरान खान पर निशाना साधा है। शहबाज ने लिखा ‘मैंने इमरान के खिलाफ 10 अरब रुपये की मानहानि का दावा किया है। सार्वजनिक तौर पर मेरी छवि खराब करने के लिए इमरान सरासर झूठ बोलते रहे हैं। अब तक की सुनवाई में इमरान की ओर से 33 बार स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। इमरान तीन साल बीत जाने के बाद भी कोर्ट में अपना लिखित जवाब दाखिल नहीं कर पाए हैं।’
2017 में दायर किया था मानहानि का केस
पाकिस्तान की जियो न्यूज के मुताबिक, इमरान खान ने शहबाज शरीफ पर गंभीर आरोप लगाया था। इमरान खान ने कहा था कि शहबाज शरीफ ने उन्हें पनामा पेपर्स मामले में चुप रहने के लिए 10 अरब की राशि घूस के तौर पर पेशकश की थी। इमरान खान ने यह बात अप्रैल 2017 में शौकत खानम हॉस्पिटल के कार्यक्रम के दौरान कही थी। इस बात को इमरान खान ने इसके बाद कई बार सार्वजनिक रूप से दोहराया। इसके बाद शहबाज शरीफ ने इमरान खान के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करते हुए 10 अरब रुपये मुआवजे की मांग की।
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रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने कभी भी ये नहीं बताया कि किस शख्स ने उनके पास शहबाज शरीफ का ये ऑफर लेकर आया था। हालांकि इमरान ने इतना जरूर कहा था कि वह शख्स मुख्यमंत्री का बेहद करीबी है। मालूम हो कि शहबाज 2013 से 2018 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
आपको बता दें कि अभी हाल ही इमरान सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं। इनमें से ताजा मामला सीपीईसी के चेयरमैन रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा का है। असीम बाजवा के बेटे की कंपनी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के बाद बाजवा ने अपना इस्तीफा इमरान खान को सौंपा लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद से इमरान सरकार लगातार भ्रष्टाचार के मामले में घिरते जा रहे हैं। फिलहाल ‘द सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन’ ने बाजवा के बेटों की पांच कंपनियों की जानकारियां अपनी वेबसाइट से हटा दी हैं, जिसको लेकर पाकिस्तान में आलोचना की जा रही है।