इमरान खान ने कहा कि भाजपा के जीतने पर भारत के साथ शांति वार्ता के लिए सबसे अच्छा समय होगा, वहीं यदि कांग्रेस की अगुवाई में भारत में अगली सरकार बनती है तो कश्मीर व अन्य मामलों को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत या समझौता करना कठिन है। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे कहा कि संभवतः राइट विंग पार्टी यानी भाजपा सत्ता में वापस आती है तो कश्मीर मामले पर दोनों देशों के बीच समझौता एक अच्छे मुकाम पर पहुंच सकेगा। बता दें कि इमरान खान ने ये बातें विदेशी पत्रकारों के साथ एक साक्षात्कार में कही।
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धारा 370 को हटाने का वादा चुनावी जुमला?
इमरान खान ने आगे कहा कि मोदी सरकार में कश्मीर के मुसलमानों को चिंतित होना पड़ा है और मैंने कभी नहीं ऐसा सोचा था कि मैं देखूंगा कि अभी भारत में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान जानते हैं कि बहुत वर्ष पहले वे अपनी स्थिति से खुश थे, लेकिन अब हिन्दू राष्ट्रवाद चरम पर पहुंच गया है। इमरान खान यहीं नहीं रूके, उन्होंने पीएम मोदी की तुलना इजराइल के पीएम से कर दी। उन्होंने कहा कि मोदी इजराइल के पीएम बेंजामिन नेत्नयाहू की तरह हैं, जो ‘भय और राष्ट्रवादी भावना’ के आधार पर चुनावी प्रचार करते हैं। इमरान खान ने कश्मीर से धारा 370 को हटाने के वादे पर भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों से दशकों पुराने विशेष अधिकारों (धारा370 और 35ए) को छीनने के लिए भाजपा ने इस हफ्ते घोषणा की है, जो बाहरी लोगों को संपत्ति खरीदने से रोकती है। यह एक बड़ी चिंता की बात है। खान ने कहा कि हालांकि यह एक चुनावी जुमला भी हो सकता है।
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