छठी कक्षा से खेलना शुरू किया
नाजिया ने कहा कि उन्होंने स्कूल में छठी कक्षा से खो-खो खेलना शुरू किया था। मैंने नेशनल और सीनियर नेशनल खेला है। लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण ही मेरा राष्ट्रीय कैंप के लिए चयन हुआ था। बता दें कि नाजिया कश्मीर से देश के लिए खेलने वाली पहली खिलाड़ी हैं।
माता-पिता ने किया सपोर्ट
नाजिया का कहना है कि वह काफी खुशकिस्मत हैं कि उन्हें परिवार का काफी समर्थन मिला है। उन्होंने कहा, मेरे माता-पिता ने हमेशा आगे बढऩे और खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। मैं टीम में चयन को लेकर काफी दुविधा में थी क्योंकि 60 में से 15 खिलाडिय़ों का ही चयन होना था, लेकिन मेरे पिता ने मुझे हमेशा पॉजिटिव रहने के लिए कहा। अपने समुदाय की एकमात्र खिलाड़ी
नाजिया ने कहा कि वह अपने ट्राइबल समुदाय की एकमात्र खिलाड़ी हैं और उनके वे कुल चार भाई-बहन हैं। उनके पिता की जम्मू में एक छोटी सी दुकान है। उन्होंने कहा, हमारा समुदाय काफी पिछड़ा है और मैं एकमात्र लडक़ी हूं, जो खेल में हूं। मैं चाहती हूं कि मेरे समुदाय की लड़कियां शिक्षा और खेल में आगे बढ़ें।