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Netaji Subhash Chandra Bose Birth Day: सिंगापुर में बनाई थी अखंड भारत की सरकार, जानें और रोचक बातें

देश आज महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126 वीं जयंती (Netaji Subhash Chandra Bose Birth Day) मना रहे है। इस जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की बड़ी हस्तियां नेताजी को नमन कर रही हैं। नेताजी की जयंती 23 जनवरी पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें बता रहे हैं जिसे आपको जानना चाहिए।

Jan 23, 2023 / 11:24 am

Pravin Pandey

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नेताजी सुभाष चंद्र बोस

Netaji Subhash Chandra Bose Birth Day: देश को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली, लेकिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कई साल पहले ही 21 अक्टूबर 1943 को ही सिंगापुर में भारत की पहली सरकार आजाद हिंद सरकार (अविभाजित भारत की सरकार) का गठन कर लिया था। जिसके प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे।

इतने देशों ने दी थी मान्यताः आजाद भारत की अस्थाई सरकार को जापान समेत नौ देशों ने मान्यता थी। जापान ने अंडमान और निकोबार द्वीप आजाद हिंद सरकार को दे दिए थे। तीस दिसंबर को पहली बार नेताजी ने यहां तिरंगा फहराया। इस दौरान शपथ लेते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि एक दिन शान से लाल किले पर तिरंगा लहराएंगे। आजाद हिंद सरकार को जापान, जर्मनी, फिलीपींस जैसे देशों ने मान्यता दे दी थी। आजाद हिंद सरकार ने कई देशों में दूतावास भी खोले थे। इस सरकार का अपना बैंक, डाक टिकट और गुप्तचर तंत्र था।
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आजाद हिंद सरकार का ध्वजः आजाद हिंद सरकार ने तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया था। इसके बैंक का नाम आजाद हिंद बैक और राष्ट्रगान जन गण मन था। आजाद हिंद बैंक ने सिक्के और नोट भी जारी किए थे। इसमें दस रुपये के सिक्के से एक लाख रुपये के नोट तक की मुद्रा शामिल थी। इस सरकार ने डाक टिकट भी जारी किए थे, जिसे आजाद डाक टिकट कहते हैं।

कैसे मिली नेताजी की उपाधिः स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाष चंद्र बोस को नेताजी की उपाधि किसने दी, यह खयाल आपके दिमाग में आया होगा। इससे जुड़ी एक कहानी है। नेताजी एक बार जर्मन तानाशाह हिटलर से मिलने गए, वह सीधे किसी से नहीं मिलता था, उसके कई हमशक्ल थे वे पहले लोगों से मिलते थे पर जब नेताजी हिटलर से मिलने पहुंचे तो एक एक कर उसके हमशक्ल सामने आते रहे लेकिन नेताजी ने रिस्पॉन्स नहीं दिया।
इस पर हिटलर सामने आया और तब उन्होंने अभिवादन दिया। उनकी चतुराई से हिटलर प्रभावित हुआ और उन्हें नेताजी कहकर पुकारा। इसके बाद सुभाष चंद्र बोस नेताजी के नाम से विख्यात हो गए। वहीं रविन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें देश नायक की उपाधि दी थी।
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महात्मा गांधी को कहा राष्ट्रपिताः आपको पता है कि नेताजी का कई बातों पर महात्मा गांधी से मतभेद था, लेकिन दोनों एक दूसरे का सम्मान करते थे। आप यह जानकर हैरान होंगे महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता कहकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ही पुकारा था।
Netaji Subhash Chandra Bose Biography: जानकारों के अनुसार नेताजी उग्र राष्ट्रवादी थे। इनका जन्म 23 जनवरी 1897 को कटक (ओडिशा) में हुआ था। नेताजी के पिता जानकी नाथ बोस और माता प्रभावती देवी थीं। आजादी के आंदोलन के लिए उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा था।

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