चुनौती का सामना करना कोहली की सबसे बड़ी क्षमता : धोनी
धोनी ने कहा, उनकी सबसे बड़ी खूबी हर चीज को एक चुनौती के तौर पर लेना है, वह हर मैच में रन बनाना चाहते हैं
कोलकाता। भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने आईसीसी टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ छह विकेट से जीत दिलाने वाले विराट कोहली की तारीफ की है। धोनी ने कहा है कि कोहली की रन बनाने की भूख और चुनौतियों का सामना करने की इच्छा उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन का कारण है।
धोनी ने कहा, उनकी सबसे बड़ी खूबी हर चीज को एक चुनौती के तौर पर लेना है। वह हर मैच में रन बनाना चाहते हैं। उनकी रन बनाने की भूख और चुनौतियों का सामना करने की इच्छा उन्हें विशेष बनाती है। कोहली ने शनिवार को पाकि
स्तान के खिलाफ 33 गेंदों में 55 रनों की पारी खेल टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
कप्तान ने कहा, वह अपने आप का तैयार करते हैं। अपनी फिटनेस का ध्यान रखते हैं। उन्हें पता होता है की अलग-अलग हालात में उन्हें कैसे बल्लेबाजी करनी हैं। हम सभी जानते हैं कि जब भी उन्हें अच्छी शुरुआत मिलती है वह उसे बड़ी पारी में बदलते हैं जोकि एक बल्लेबाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कोहली के दबाव को झेलने की काबिलियित की भी सराहना की है। उन्होंने ने कहा, दबाव के समय हमने देखा है कि कई लोग बड़े शॉट्स खेल कर दबाव कम करते हैं उनके हिसाब से यह सही विकल्प होता है। लेकिन दबाव में अच्छा खेलने का सबसे अच्छा तरीका है एक रन लेकर दूसरे छोर पर खड़ा होना है। इससे आप को शांत होने का समय मिलता है और यह देखने का कि आप कहां रन बना सकते हो।
धोनी ने कहा, हर कोई अपनी क्षमता जानता है। किसी की क्षमता फीलिक होता है तो किसी की कट शॉट इसलिए गेंद जब आपके क्षेत्र में आए तो आपको अपना शॉट खेलना चाहिए और अगर नहीं आए तो एक रन लेकर दूसरे छोर पर चले जाना बेहतर है। अगर आप कोहली की बल्लेबाजी को देखेंगे तो वह यही करते हैं। वह दूसरों से इसलिए आगे रहते हैं क्योंकि वह रन लेने की हर संभव कोशिश करते हैं इसलिए उन्हें उन लोगों के साथ खेलना पसंद हैं जो तेज भागते हों।
रैना का किया बचाव
वनडे कप्तान ने कहा, तेज रन भागना जल्दी रन बनाने का सबसे आसान तरीका है। अगर दो तेज भागने वाले खिलाड़ी हैं तो आप एक रन को दो रन में बदल सकते हो जिससे विपक्षी टीम पर दबाव बढ़ता है। धोनी ने खराब फॉम से जूझ रहे सुरेश रैना का भी बचाव किया है। धोनी ने कहा, जब खिलाड़ी एक या दो मैच में रन नहीं बना पाता तो सवाल खड़े होते हैं। लेकिन खिलाड़ी के साथ खड़े होना जरूरी होता है। रैना नंबर चार पर सबसे उपयुक्त बल्लेबाज हैं। कप्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हार झेलने के बाद टीम द्वारा की गई शानदार वापसी के लिए टीम की तारीफ की है।
टीम में सुधार की गुंजाइश
धोनी ने कहा, एक बुरे मैच या श्रंखला के बाद वापसी करना बताता है कि खिलाड़ी कितने मजबूत हैं। हम इस तरह की परिस्थिति में कई बार रहे हैं। कई लोग यह पूछ सकते हैं कि हम लगातार इस स्थिति में कैसे आ जाते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि जब आपके पास इस परिस्थति का अनुभव होता है तो आपको यह भी पता होता है कि उससे बाहर कैसे आना है। धोनी ने हालांकि कहा कि टीम में अभी भी सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा, मुझे अभी भी लगता है कि कई जगह हमें
सुधार करने की जरूरत है। अगले दो मैचों में हमारी प्रथमिकता यही होगी क्योंकि हमारी रन रेट खराब है। सब कुछ जीत पर निर्भर नहीं करता है, कई बार रन रेट भी मायने रखती है।
कभी न कभी यह रिकॉर्ड टूटेगा
भारत ने विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपने जीत के सिलसिले को कायम रखा है, लेकिन धोनी का मनना है कि कभी ना कभी यह रिकॉर्ड टूटेगा। धोनी ने कहा, पाकिस्तान के खिलाफ 100 फीसदी जीत का रिकॉर्ड जितना हमारे लिए गर्व की बात है उतना ही उनके लिए दबाव का कारण है। लेकिन, कभी ऐसा समय आएगा की हम विश्व कप में उनसे हारेंगे। इसमें दौ,10 या हो सकता है 50 साल लग जाएं लेकिन ऐसा होगा यह तय है।
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