गणपति भगवान गणेश प्रथम पूज्य देव हैं। कोई भी मांगलिक कार्य करने से पहले इनकी पूजा की जाती है। अपने भाई को राखी बांधने से पहले भगवान गणेश को राखी बांधे। वह हर प्रकार के विघ्नों को हरने वाले हैं। उनकों अपने भाई के रुप में स्वीकार करें वह आपके जीवन से सारी समस्याओं और बाधाओं को दूर करेंगे। जिन बहनों के भाई नहीं है, वह भी गणपति को राखी बांध सकती हैं। भगवान गणेश की बहनें अशोक सुंदरी, मनसा देवी और ज्योति है।
शिवजी रक्षाबंधन का पर्व श्रावण माह की पूर्णीमा को पड़ता है। सावन महीने में शिव जी का वास पृथ्वी पर माना जाता है। बहनें भगवान शिव को रक्षासूत्र बांध कर अपने रक्षा की कामना कर सकती हैं। धार्मिक मान्ताओं के अनुसार शिवजी की बहन असावरी देवी थी।
हनुमानजी
हनुमानजी शिव के रुद्रावतार है। हनुमानजी के महाबली और संकटमोचन कहा जाता है अर्थात जो संकटो को हर ले। हनुमान जी को राखी बांधकर आप अपने संकटो से मुक्ती के लिए प्रार्थना कर सकती हैं। सभी देवों के सो जाने के बाद हनुमानजी सृष्टि का संचालन करते हैं।
कान्हाजी शिशुपाल के वध के समय भगवान श्री कृष्ण की उंगली कट गई जिसे कारण उसमे से खून बहने लगा, तब द्रौपदी ने अपने साड़ी का पल्लू फाड़कर उनको राखी बांधी थी। भगवान ने उनकी सदैव रक्षा करने का वचन दिया था। आप भी भगवान श्री कृष्ण को राखी बांधकर अपने शुभ के लिए उनसे प्रार्थना कर सकती हैं।