काले रंग के कपड़े नहीं पहनें सेक्टर-44 निवासी रामप्रवेश तिवारी का कहना है कि वैसे तो आप
Shivratri i के दिन कोई भी कपड़े पहन सकते हैं। बस वे धुले हुए और साफ होने चाहिए। हालांकि, पुराने समय से यह मान्यता चली आ रही है कि भोलेनाथ को काला रंग पसंद नहीं आना चाहिए इसलिए इन रंगों के कपड़ों को पहनने से मना किया जाता है। जहां तक हो सके शिवरात्रि पर काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठें पंडित रामप्रवेश तिवारी के अनुसार, शिवरात्रि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लेना चाहिए। फिर धुले हुए साफ कपड़े पहनें और शुद्ध मन से भगवान भोलेनाथ की पूजा करें। इससे देवों के देव महादेव प्रसन्न होंगे। बिना पूजा करें भोजन ग्रहण नहीं करें। इसके अलावा अपने से बड़ों का आदर करें और उनसे आशीर्वाद लें। भगवान गणेश ने भी अपने माता-पिता को ब्रह्मांड की संज्ञा दी थी। उनका आशीर्वाद लेंगे तो भगवान भी खुश होंगे। उन्हें नाराज करने से आपकी पूजा पूरी नहीं होगी।
भगवान शिव को खंडित बेल पत्र न चढ़ाएं भगवान शिव को पूजा के समय कभी अधूरे बेल पत्र नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा उन्हें टूटे हुए अक्षत भी नहीं अर्पित करने चाहिए। हमेशा भोलेनाथ को बिना खंडित बेल पत्र और साबुत अक्षत चढ़ाने चाहिए। साथ ही इस दिन चावल, दाल और गेहूं से बने खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
ये फूल नहीं चढ़ाएं उनके अनुसार, मान्यता है कि शिवलिंग पर कभी तुलसी की पत्ती नहीं चढ़ानी चाहिए। अभिषेक हमेशा ऐसे पात्र से करना चाहिए जो सोना, चांदी या कांसे का बना हो। तांबे के लोटे में डालकर कभी दूध नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही भगवान शिव को केतकी और चंपा के फूल नहीं चढ़ान चाहिए।