साल 1990 में ग्रेटर नोएडा के गांव रिठौड़ी के रहने वाले नरेश भाटी ने परिवार के कई लोगों की हत्या के बाद जरायम की दुनिया में कदम रखा। उसी दौरान नरेश का संपर्क सतवीर गुर्जर से हुआ। ग्रेटर नोएडा के घंघोला गांव का रहने वाला सुंदर भाटी भी पहले नरेश भाटी के साथ रहता था।
सिकंदराबाद में ट्रक यूनियन पर कब्जे को लेकर नरेश भाटी और सुंदर भाटी के गुर्गे आपस में भिड़ गए। भिडंत में एक की जान जाने के बाद दोनों की आपस में ठन गई। नरेश भाटी राजनीतिक संरक्षण हासिल करने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष बनना चाहता था। इधर, सुंदर भाटी भी यही मंशा रखने लगा। इससे दोनों की दोस्ती और रंजिश में बदल गई। नरेश भाटी ने जिला पंचायत का चुनाव लड़कर, जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पा ली। वर्ष 2004 में नरेश भाटी की सुंदर भाटी गिरोह ने हत्या कर दी।