जानकारी के मुताबिक बीती रात एसएसपी, एसपी सिटी और सीओ समेत चार दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीम अचानक नोएडा के सेक्टर—5 पहुंची। इसके बाद पुलिस ने यहां तलाशी अभियान शुरू किया और जल्दी ही एक मकान से कुछ पुलिसकर्मी एक शख्स को पकड़ कर बाहर ले आए। जब पुलिस की गिरफ्त में आए इस शख्स के नाम का खुलासा किया गया तो हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, आरोपी का नाम सुधीर भगत था, बिहार में नक्सली कमांडर रह चुका है। पुलिस के मुताबिक सुधीर पर बिहार में एक फैक्ट्री को बम से उड़ाने सहित 14 हत्या और 6 नरसंहार का आरोप है। फिलहाल सुधीर नोएडा के सेक्टर-5 हरौला में 2015 से फर्जी आईडी पर रह रहा था और मोदीनगर के दिव्य ज्योति कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई भी कर रहा था। पुलिस को मौके से सुधीर भगत के पास से एक पिस्टल भी मिली है।
एसएसपी अजय पाल शर्मा ने बताया कि इसे पहले भी यूपी एटीएस ने 2015 में नोएडा के हिंडन विहार से 6 नक्सलियों को नक्सली कमांडर प्रदीप सिंह खरवार पुत्र उपेंद्र सिंह खरवार के साथ गिरफ्तार किया था। प्रदीप सिंह खरवार नोएडा में 2012 से ही छिपकर रह रहा था। उस पर पुलिस ने 5 लाख रुपये का इनाम रखा था। वह बिहार के मोस्ट वांटेड नक्सलियों में से एक था। उस समय सुधीर भगत बच निकलने में कामयाब रहा था और तब पुलिस उसकी तलाश कर रह ही थी। पुलिस ने सुधीर पर 50 हजार का इनाम रखा था। वह बिहार के मोस्ट वांटेड नक्सलियों में से एक है। फिलहाल पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि सुधीर भगत के और कितने साथी नोएडा में छिपे हुए हैं और किस तरह से वे नक्सल गतिविधियों को नोएडा में रहते हुए अंजाम दे रहे थे।