पड़ोसियों ने सुनी थी बच्ची के रोने की आवाज शिकोहाबाद निवासी रामप्रेम सेक्टर-49 के बरौला में रहता है। वह ऑटो चलाता है। उसकी पत्नी रत्नेश ने 12 जुलाई को एक बेटी को जन्म दिया था। मंगलवार को सुबह रामप्रेम अपने काम पर चला गया। इसके बाद पड़ोसियों को नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। घर से धुआं निकल रहा था। आवाज सुनकर लोग घर में पहुंचे तो देखा कि रत्नेश अंगीठी के पास खड़ी रो रही थी। जबकि अंगीठी में उपले जल रहे थे। उन पर बच्ची को रखा गया था। गनीमत रही कि आग ज्यादा तेज नहीं थी। लोगों ने फौरन बच्ची को उठाया और पुलिस को सूचना दी।
मां ने नहीं किया बच्ची को बचाने का प्रयास पड़ोसियों का आरोप है की मासूम बच्ची को उसकी मां ने जलाया है। प्रत्यक्षदर्शी अर्चना का कहना है कि मंगलवार सुबह जब घर से धुआं निकलता हुआ दिखा तो दरवाजा खोला। अंदर बच्ची जल रही थी, जबकि कमरे में मौजूद उसकी मां ने उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। इसके बाद पड़ोसियों ने बच्ची को नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर उसकी हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने उसको दिल्ली रेफर कर दिया। पड़ोसियों का कहना है की नवजात की मां का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।
पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया महिला को इस मामले में डीएसपी नोएडा विमल कुमार सिंह ने कहा कि सुबह इस बारे में सूचना मिली थी। महिला से इस बारे में पूछताछ की गई तो उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं पाया गया। उसको पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। पूछताछ में महिला ने पुलिस को बताया कि सुबह मच्छरों को भगाने के लिए उसने उपलों को जलाया था। उस दौरान यह हादसा हो गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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