स्विटजरलैंड की ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड बनाकर नोएडा हवाईअड्डे का निर्माण करा रही है। 2024 तक इसे तैयार किया जाना है। सीओओ किरण जैन ने बताया कि टाटा प्रोजेक्ट्स को ईपीसी कंस्ट्रक्शन कांट्रैक्ट दिए एक साल से अधिक समय हो गया है। वर्तमान में पैसेंजर टर्मिनल की छत का काम जारी है। एटीसी टॉवर अब 30 मीटर से अधिक की ऊंचाई तक खड़ा हो गया है। 3900 मीटर लंबे रनवे के साथ सबग्रेड कार्य प्रगति पर है। करीब 7000 कर्मचारी साइट पर पूरी तरह से काम पर जुटे हुए हैं। कुछ माह में साइट पर पैसेंजर टर्मिनल, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर, ऑफिस ब्लॉक, सीवेज और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, इलेक्ट्रिक सबस्टेशन सहित करीब 20 से अधिक इमारतें बन जाएंगी।
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कोड की क्या है उपयोगिता
आईएटीए कोड प्रत्येक एयरपोर्ट के लिए यूनीक आईडी देता है। यह विश्वभर के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को विशेष पहचान है। कोड न केवल यात्रियों के यात्रा वीजा और पासपोर्ट पर दर्ज होते हैं। बल्कि प्रतिदिन के विभिन्न संवाद में काम आता है। फ्लाइट शेड्यूल, टिकटिंग, एयरपोर्ट से दूसरे एयरपोर्ट तक बैगेज हैंडलिंग से लेकर ऑपरेशन और लॉजिस्टिक को सुव्यवस्थित करने में आईएटीए कोड का ही उपयोग होता है।