रैनबसेरा में रह रही किशोरी की मौत
पुरानी मंडी घड़साना में लगभग एक पखवाड़े पूर्व ग्रीन ट्रियुब्नल के आदेश
के बाद नहर किनारे अतिक्रमण तोडऩे से बेघर हुए लोग अस्थाई रैन बसेरे में रह
रहे हैं।
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2016%2F02%2F11%2Fofficers-talking-to-people-in-gharsana-56bc94ae09f22_l.jpg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
पुरानी मंडी घड़साना में लगभग एक पखवाड़े पूर्व ग्रीन ट्रियुब्नल के आदेश के बाद नहर किनारे अतिक्रमण तोडऩे से बेघर हुए लोग अस्थाई रैन बसेरे में रह रहे हैं। यहां एक किशोरी की मौत के बाद बवाल मच गया। पूर्व विधायक पवन दुग्गल, कृषि मंडी अध्यक्ष सत्यप्रकाश सिहाग, जिला परिषद सदस्य विष्णु सिहाग आदि के नेतृत्व में किशोरी के शव को नहर किनारे रख कर प्रदर्शन किया गया। मृतका के परिजनों को आर्थिक सहायता तथा बेघर हुए लोंगो को आवासीय पट्टे जारी करने की मांग को लेकर नागरिकों ने करीब छह घंटे प्रदर्शन किया । इस बीच प्रशासन से वार्ता के दौरान तनाव भी हुआ। एडीएम सूरतगढ हरेन्द्र शर्मा और पूर्व विधायक दुग्गल के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
सरपंच सुशीला शर्मा ने बताया कि रैन बसेरा में रह रही श्रवण कुमार खटीक की 17 वर्षीया पुत्री रेखा की बुधवार शाम तबीयत बिगड़ गई। सरपंच का कहना है कि रैन बसेरा में रहने के कारण सर्दी से किशोरी की तबीयत बिगड़ी। बीमार किशोरी बुधवार रात अपने ताऊ के घर आ गई। सुबह उसकी मौत होने पर रैन बसेरे में रहने वाले परिवारों में रोष फैल गया। बेघर परिवारों के सदस्यों के रोष को देखते हुए पूर्व विधायक पवन दुग्गल, कृषि मंडी अध्यक्ष सिहाग आदि दर्जनों जनप्रतिनिधियों ने किशोरी के शव को नहर किनारे रख कर प्रदर्शन किया। शव के साथ प्रदर्शन करने पर प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। एसडीएम और तहसीलदार अवकाश पर होने पर नायब तहसीलदार ने तनाव की सूचना जिला कलक्टर को दी। इस पर सूरतगढ के एडीएम और एसडीएम को मौके पर भेजा गया। प्रदर्शन कर रहे जनप्रतिनिधियों को पुलिस चौकी में वार्ता के लिए बुलाया गया। वार्ता में भाजपा नेता मोहनलाल शर्मा, रामनिवास शर्मा, पीर निवाज खां, प्रवीण शर्मा, हरविन्द्र संधू, जिला परिषद सदस्य विष्णू भाम्भू आदि ने भाग लिया। वार्ता के दौरान एडीएम से तूं तूं-मैं मैं होने पर मामला तनाव में बदल गया। प्रदर्शनकारियों के रोष को भांपते हुए पुलिस उप अधीक्षक हिमांशु, एसडीएम रामचंद्र पोटलिया, थानाधिकारी प्रशांत कौशिक ने रोष जता रहे दुग्गल, सिहाग, भाम्भू आदि को अलग-अलग कर समझाइश की तथा मामला शांत करवाया।
वार्ता में पचास हजार की सहायता
प्रदर्शनकारी मृतक किशोरी के परिजनों को दस लाख रूपए सहायता राशि देने की मांग कर रहे थे। इस मांग पर प्रशासन ने असमर्थता जाहिर की। बाद में प्रशासन ने मुख्यमंत्री सहायता कोष के तहत पचास हजार रुपए की सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इस बीच कृषि मंडी समिति अध्यक्ष सत्यप्रकाश सिहाग ने दो लाख रूपए की आर्थिक सहायता मंडी समिति की ओर से देने की घोषणा भी की।
भूमि आवंटन की मांग पर समझौता नहीं
मंडी विकास समिति की भूमि को पंचायत के अधीन कर बेघर हुए लोंगो को पट्टा जारी करने की मांग पर तत्काल समझौता नहीं हो पाया। एडीएम व एसडीएम ने मामला जिला कलक्टर स्तर का होने तथा राज्य सरकार की स्वीकृति आवश्यक होने का हवाला दिया। प्रशासन ने जिला कलक्टर को प्रदर्शनकारियों की मांग से अवगत करवाया। बाद में प्रशासन ने एक सप्ताह में कलक्टर के यहां आने का हवाला देते हुए समस्या समाधान करने का आश्वासन दिया।
Hindi News/ Jaipur / रैनबसेरा में रह रही किशोरी की मौत