मजिस्ट्रेट की निगरानी में होगी UPTET की परीक्षा, DM ने ली समीक्षा बैठक
जानकारी के अनुसार, बुधवार को 16 श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों के नेतृत्व में अलग-अलग जगहों पर भारत बंद को सफल बनाने के लिए जुलूस निकाला गया। श्रमिक संगठन सीटू के जिलाध्यक्ष गंगेश्वरदत्त शर्मा ने बताया कि बेरोजगारी, महंगाई, छूटती नौकरियां, श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलावों के खिलाफ हड़ताल की घोषणा की गई है। सीटू जिला उपाध्यक्ष पूनम देवी कहती है कि उनकी 11 मांगे जिसको लेकर वे प्रदर्शन कर रहे है। इन मांगों को जल्द से जल्द माना जाये।
श्रमिकों की हड़ताल के बीच सतर्क रहा पुलिस-प्रशासन
श्रमिक संगठनों देशव्यापी हड़ताल और जुलूस के बीच पुलिस-प्रशासन अलर्ट रहा। पुलिस अधिकारियों ने संगठनों के प्रतिनिधियों से शांति बनाए रखने और कानून हाथ में नहीं लेने की अपील की। पुलिस ने चेतावनी दी कि अगर कोई व्यक्ति कानून हाथ में लेने का प्रयास करेगा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस और विभागीय अधिकारियों ने औद्योगिक क्षेत्र में पैदल मार्च किया। इस दौरान कंपनी प्रबंधन को निर्देश दिए कि यदि कोई श्रमिक हड़ताल में शामिल होना चाहता है तो उसे रोका न जाए। वहीं श्रमिक नेताओं को भी चेतावनी दी गई कि अगर किसी संस्थान को बंद कराने का प्रयास या किसी को जबरन हड़ताल में शामिल कराया गया है, तो कार्रवाई की जाएगी। औद्योगिक क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
गौरतलब है की 2013 में विभिन्न श्रमिक संगठनों ने जिले भर में काफी उत्पात मचाया था। कई उद्योग केंद्रों में तोडफ़ोड़ के साथ आगजनी भी की गई थी। इसी लिए इस बार प्रशासन ज्यादा चौकस नजर आ रहा है।