गैस कंपनियों की माने देशभर में करीब एक करोड़ लोगों ने केवाईसी फार्म पूरा नहीं किया है। यूपी में लाखों लोगों ने अभी तक केवाईसी फार्म जमा नहीं कराया है। सरकार ऐसे में अब ऐसे कनेक्शनों को 1 दिसंबर के बाद बंद करने जा रही है। वेस्ट यूपी में भी लाखों उपभोक्ताओं को करारा झटका लग सकता है। बता दें कि केवाईसी (नो योर कस्टमर) दो पेज का यह ऐसा फॉर्म है, इसमें डोमेस्टिक एलपीजी कन्जयूमर्स की सारी डिटेल व फोटो गैस एजेंसी डिस्ट्रिब्यूटर के पास होती है। डिस्ट्रिब्यूटर से कन्जयूमर्स की डिटेल संबंधित ऑयल कंपनी यानी आईओसी, एचपीसी और बीपीसी आदि के पास भेजी जाएगी। तीनों कंपनियों की तरफ से मास्टर सर्वर में इन डिटेल को फीड किया जाएगा।
इस वजह से भी किए जा चुके है गैस कनेक्शन बंद दरअसल में कई कंपनियों की तरफ से गैस कनेक्शन बंद करने शुरू कर दिए है। केंद्र सरकार के निर्देश मिलने के बाद में ऐसे कनेक्शनों को भी बंद करना शुरू कर दिया है, जिनके नाम पर अभी तक 2 या फिर 2 से अधिक कनेक्शन चल रहे थे। दरअसल में एक नाम पर सिर्फ एक ही गैस कनेक्शन हो सकता है। हालही में वेस्ट यूपी मेंं गौतम बुद्ध नगर में बड़ी संख्या में गैस कनेक्शन बंद किए थे।
अभी है मौका केंद्र सरकार ने गैस कंपनियों को 30 नवंबर तक सभी ग्राहकों के केवाईसी फार्म पूरे कराने के निेर्देश दिए है। आपने 30 नवंबर तक अपने सर्विस प्रोवाइडर के पास जाकर सभी कागजात जमा करा सकते है। कागजात जमाा करानेे के बाद में 1 दिसंबर से आपका गैस कनेक्शन रद्द नहीं किया जाएगा। अगर आपने जरुरी कागजात जमा नहीं कराए तो गैस कनेशन रद्द हो सकता है। केंद्र सरकार ने कहा है कि सभी उपभोक्ता 30 नवंबर तक अपना केवाईसी जरुर करा लें। ऐसा न करने पर सरकार गैस कनेकशन को बंद कर सकती है। गैस एजेंसियों से सरकार ने ऐसे उपभोक्ताओं की पूरी डिटेंल मांगी है, जिन्होंने अपना आधार नंबर जमा नहीं कराया। जिन्होंने गिव इट अप स्कीम को अपनाया है। गिव इट अप की मदद से सरकार ग्राहकों की जानकारी की मदद से फर्जी ग्राहकों का कनेक्शन बंद करवाने की दिशा में काम कर रही है।
केवाईसी के लिए जरुरी है इनमें से एक कागजात केवाईसी के लिए आप आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, लीज एग्रीमेंट, वोटर आईडी, टेलीफोन/इलेक्ट्रिसिटी/वाटर बिल, पासपोर्ट, राशन कार्ड, जैसे दस्तावेज जमा करवा सकते हैं। इनमें सिर्फ एक कागज जमा कराना है।