यह भी पढ़ें- मोदी के खास मंत्री का ऐलान, बोले- मैं यूपी की इस सीट से लड़ूंगा चुनाव, कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा सपा-बसपा गठबंधन जानकारी के अनुसार, एसएसपी वैभव कृष्ण की कार्रवाई से कुछ देर पहले ही पकड़े गए एक पत्रकार ने जिले के एक अधिकारी को फोन कर किसी घटना को लेकर प्रतिक्रिया मांगी थी। उस पत्रकार की पिस्टल देख शिकायतकर्ता पुष्पेंद्र भी डर गया था। वहीं अधिकारियों को लगा कि उनका ऑपरेशन ट्रैप फ्लॉप सकता है। इसी बीच जब तीनों पत्रकार पीड़ित को लेकर कोतवाल मनोज पंत के कमरे में गए। इसके बाद एसएसपी वैभव कृष्ण के ऑपरेशन ट्रैप को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
एसएसपी वैभव कृष्ण की इस कार्रवार्इ को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवार्इ माना जा रहा है। सेक्टर-20 स्थित एक कॉल सेंटर मालिक से उगाही मामले में तीन पत्रकार समेत थाने के एसएचओ मनोज पंत को एसएसपी वैभव कृष्ण ने गिरफ्तार किया। जबकि इसी मामले में एसएसपी ने एडिशनल प्रभारी थाना सेक्टर-20 जयवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इन सभी पर नवंबर 2018 में हुर्इ एक एफआईआर से नाम हटाने की जगह कॉल सेंटर मालिक से 8 लाख की घूस ली जा रही थी। कार्रवार्इ के दौरान पुलिस ने एक पत्रकार के पास से मर्सिडीज कार भी बरामद की है। वहीं 8 लाख रुपये समेत एक 32 बोर की एक पिस्टल भी बरामद की गर्इ है। फिलहाल एसएसपी वैभव कृष्ण ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।