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बैठक में अधिकारियों ने किया दावा, किसानाें की होगी मौज
जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण और किसानों को विस्थापित करने को लेकर शुक्रवार को यमुना प्राधिकरण समेत सोशल असेस्मेंट इंपेक्ट (एसआईए) कमिटी की मीटिंग हुर्इ है। जहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसलों पर अंतिम मुहर लगाकर शासन को भेज दिया गया है। इस बैठक में फैसला लिया गया है कि एयरपोर्ट में आने वाली जमीन को जिन किसानों ने दूसरे को बेच दिया है। उन्हें भी अधिग्रहण के समय रुपया दिया जाएंगा। यह रुपया जमीन की कीमत का कुल ४० प्रतिशत होगा। वहीं उक्त जमीन को खरीदने वाले बाहरी शख्स को मुआवजे के रूप में जमीन की कीमत का सिर्फ 60 प्रतिशत हिस्सा दिया जाएगा।
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पहले चरण में इन गांवों की जमीनों होगा अधिग्रहण
इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए पहले चरण में जेवर क्षेत्र के बनवारीबास, मुकीमपुर-शिवारा, रनहेरा, रोही, पारोही,रामनेर,दयानतपुर आैर किशोरपुर गांव की 1441 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जानी है। इन गांवों में 60 प्रतिशत जमीन बाहरी लोगों ने किसानों से खरीद ली है।इनमें कई राज्यों के नेता, अधिकारी और कारोबारी शामिल हैं।यमुना अथॉरिटी के लैंड विभाग ने जेवर सब रजिस्ट्रार और तहसील से बैनामे और गांवों की खसरा-खतौनी मंगाकर मूल और बाहरी किसानों की छंटनी शुरू कर दी है। पहले चरण में आने वाले 8 गांवों में से 6 गांवों में बसे लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। एयरपोर्ट के नजदीक अलग से गांव विकसित किया जाएगा।