यह भी पढ़ें- सपा के दिग्गज नेताओं ने सीएम योगी को दिखाए काले झंडे तो पुलिस ने लूट, डकैती, मारपीट जैसी गंभीर धाराओं में दर्ज किया केस बुकी सागर गुप्ता की भाजपा नेत्री के साथ तस्वीरें देखकर पुलिस भी हैरान है। बता दें कि सागर के यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ कई स्थानीय सत्ताधारी नेताओं और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ दर्जनों फोटो हैं। पुलिस सूत्रों से पता चला है कि गिरफ्तारी के बाद जब सागर का मोबाइल खंगाला गया तो उसमें एक भाजपा नेत्री के साथ उसकी कई तस्वीरों के अलावा सैर-सपाटे की कई वीडियो मिली। बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें और वीडियो देहरादून की हैं जब उक्त भाजपा नेत्री उसके साथ कई दिन तक देहरादून में रही थी। अब पुलिस इस भाजपा नेत्री को रडार पर लेने की तैयारी कर रही है, ताकि सागर के और भी कनेक्शन सामने आ सकें। वहीं जब इस संबंध में एसपी सिटी प्रबल प्रताप से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बुकी सागर गुप्ता को लेकर कई सारी बातें सामने आ रही हैं। जहां तक सागर के साथ उसके वीडियो वायरल हो रहे हैं। उन सभी की जांच की जा रही है।
यूपी उपचुनाव: अखिलेश-मायावती का गठबंधन मुस्लिम-दलित बहुल इस सीट पर बिगाड़ सकता है भाजपा के समीकरण बता दें कि आईपीएल पर सट्टा खिलाने वाले सागर गुप्ता को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि सागर लंबे समय से सट्टे का
काम कर रहा था, लेकिन पुलिस के पास काेई ठाेस सबूत नहीं थे। हाल ही में काेतवाली मंडी आैर काेतवाली नगर पुलिस ने सट्टा करा रहे कुछ युवकाें काे गिरफ्तार किया था, जिन्हाेंने अपने बयानाें में बताया था कि वे तो सिर्फ प्यादे हैं। मुखिया ताे सागर है। इसके बाद से ही पुलिस इसकी तलाश कर रही थी। इसी बीच सहारनपुर पहुंचे भाजपा के राज्यसभा सांसद विजय पाल तोमर के साथ इसकी एक आैर फाेटाे वायरल हाे गई। यह फाेटाे शाकुंभरी सिद्धपीठ से वायरल की गई। इसके बाद पुलिस ने सागर को तीन साथियाें के साथ गिरफ्तार कर लिया।
यह भी पढ़ें- प्रेमिका के घर वालों ने प्रेमी को पहले घर पर बुलाया, इसके बाद दी ऐसी सजा कि देखने वाले भी कांप उठे सागर गुप्ता समेत इसके साथियाें की गिरफ्तारी के बाद पुलिस काे इनसे पूछताछ में कई बातें पता चली हैं। मुख्य रूप से यह बात सामने आई है कि शहर के ही कुछ लाेग सट्टे का काराेबार करने वालाें काे फाइनेंस करते हैं। पुलिस ने इनकी कुंडली भी खंगालनी शुरू कर दी है। सागर गुप्ता समेत इसके साथियाें की गिरफ्तारी के बाद इसे फाइनेंस करने वाले शहर से बाहर हैं आैर पुलिस से बचने लगे हैं।