कृषि मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष की मानें तो यास चक्रवात का असर ताउते जैसा नहीं होगा। हालांकि इसके कारण तेज आंधी और हल्की बारिश आने की संभावना है। पश्चिमी उप्र में 26 मई की शाम या फिर 27 मई को 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। वहीं 27 और 28 मई को हल्की बारिश की संभावना है। माना जा रहा है कि लोगों को एक बार फिर से गर्मी से राहत मिल सकेगी। चक्रवात यास के बहुत गंभीर चक्रवात में बदलने और 26 मई को इसके बिहार के पार करने की आशंका है। इसके मद्देनजर राज्यों में अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है।
उत्तरी अंडमान सागर में बन रहा दबाव डा. एन सुभाष ने बताया कि पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है। जिससे बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य क्षेत्र पर विक्षोभ बन रहा है। यह धीरे—धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और चक्रवात में तब्दील हो सकता है। अगले 24 घंटों में यह बहुत गंभीर चक्रवात का रूप ले सकता है। पिछले साल मई में दो चक्रवात अम्फान और निसर्ग के कारण भी भारी बारिश और आंधी तूफान आया था।