इस एप की यह खासियत है कि इसें नेविगेशन सिस्टम दिया गया है। जिसकी मदद से आप नेविगेशन के जरिए किसी के भी पते तक पहुंच सकते हैं। एप को विकसित करने वाले तन्मय रत्नपारखी का कहना है कि आज दुनिया बहुत तेजी से डिजिटाइज हो रही है और अब सभी के हाथ में स्मार्टफोन हैं। ऐसे में विजिटिंग कार्ड प्रिंट कराने मतलब नहीं रह गया है। अब हमें पर्यावरण के बारे में भी सोचना चाहिए और कागज आदि के इस्तेमाल को कम करना चाहिए। इसी को
ध्यान में रखते हुए मैंने यह एप डेवलप किया। अभी ऐसे एप हैं जो सिर्फ विजिटिंग कार्ड को स्कैन कर सकते हैं, लेकिन मेरे एप में कार्ड बनाने और उसे शेयर करने की भी सुविधा है। जो इसे सबसे अलग बनाती है।
पत्रिका टीवी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश बुलेटिन देखने के लिए क्लिक करें उन्होंने बताया कि इस एप में ऐसी व्यवस्था की गई है कि जब भी कोई व्यक्ति अपना मोबाइल नंबर, पता या ई-मेल बदलेगा तो जिन-जिन लोगों के पास उसका ई-विजिटिंग कार्ड होगा उसमें यह सारी जानकारी भी खुद-ब-खुद अपडेट हो जाएंगी।