प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच राजनितिक प्रतिस्पर्धा है, यही वजह है कि वो मीडिया में बढ़-चढ़ कर बयानबाज़ी करते हैं। ये कहना है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी का।
परनामी ने बुधवार को यहां भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस और उसके शीर्ष नेताओं पायलट-गहलोत की जोड़ी पर जमकर निशाना साधा।
परनामी ने कहा कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच राजनितिक प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन ज़्यादा बयान जारी करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता कांग्रेस नेताओं के बहकावे में नहीं आ रही है। यही वजह है कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को बहुमत से चुनकर कांग्रेस को जवाब दे दिया है।
नरेगा को बंद करने का कोई विचार नहीं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि कांग्रेस के नेता मनरेगा योजना को बंद किये जाने के सम्बन्ध में दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने साफ़ किया कि मनरेगा को बंद करने का विचार ना तो केंद्र कर रही है और ना ही राजस्थान सरकार।
परनामी ने कहा कि कांग्रेस अनर्गल बयानबाज़ी कर ओछी राजनीति कर रही है। उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार ने कांग्रेस सरकार की तुलना में मनरेगा के लिए बजट ज़्यादा ही आवंटित किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान मनरेगा को 2010-11 में 3074 करोड़, 2011-12 में 1820 करोड़, 2012-13 में 2851 करोड़, 2013-14 में 2359 करोड़ रूपए का बजट उपलब्ध कराया गया था। जब केंद्र में भाजपा की सरकार आई तब इसी मद में साल 2014-15 में 3299 करोड़ का बजट रखा गया। यही नहीं आने वाले समय में इस मद में और भी बढ़ोतरी संभावित है।
परनामी ने कहा कि भाजपा ने मनरेगा को पहले से और ज़्यादा मज़बूत करने की ओर काम किया है। मनरेगा से टिकाऊ और उपयोगी परिसम्पत्तियों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकाल के दौरान मनरेगा में भ्रष्टाचार और काम नहीं होने के आरोप लगाए।
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